Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jan, 2018 07:47 AM
पंजाब में तीन शहरों जालंधर, अमृतसर, पटियाला में मेयरों के चुनाव से मुक्त होने के बाद पंजाब की कै. अमरेन्द्र सिंह सरकार का अब पूरा ध्यान लुधियाना कार्पोरेशन चुनावों की तरफ आ गया है। सरकारी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने अब...
जालंधर(धवन): पंजाब में तीन शहरों जालंधर, अमृतसर, पटियाला में मेयरों के चुनाव से मुक्त होने के बाद पंजाब की कै. अमरेन्द्र सिंह सरकार का अब पूरा ध्यान लुधियाना कार्पोरेशन चुनावों की तरफ आ गया है। सरकारी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने अब कांग्रेसी नेताओं को लुधियाना कार्पोरेशन चुनावों में जुटने के निर्देश आज जारी कर दिए हैं।
बताया जाता है कि लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव की तारीखों का ऐलान फरवरी के पहले सप्ताह में होने के आसार हैं। यह भी पता चला है कि कार्पोरेशन चुनाव के लिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह से मुक्त होने के बाद लुधियाना के लिए नियुक्त चुनाव प्रभारी व कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिन्द्र सिंह बाजवा द्वारा चुनावी गतिविधियां शुरू कर दी जाएंगी। टिकटों का वितरण विधायकों की सिफारिश पर किया जाना है परन्तु मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने यह स्टैंड लिया है कि टिकटें वितरित करते समय विशुद्ध रूप से कांग्रेसियों को ही पहल की जाए, क्योंकि बाहर से आए नेताओं को टिकटें देने का अनुभव अच्छा नहीं रहा। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अपनी देखरेख में लुधियाना कार्पोरेशन चुनावों में जीत हासिल कर चारों कार्पोरेशन शहरों में पार्टी का परचम लहरा देंगे। 10 वर्षों के बाद शहरों में कांग्रेस के मेयर बन गए हैं। अब पार्टी लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव के लिए फरवरी के पहले सप्ताह से सरगर्म होगी। बताया जाता है कि चाहे उम्मीदवारों का चयन विधायकों की सिफारिश पर होगा परन्तु प्रदेश स्तर पर बनने वाली कमेटी भी उस पर पूरी नजर रखेगी ताकि बाहरी नेताओं को टिकटें न मिल जाएं। कई बार बाहरी नेता घुसपैठ कर लेते हैं।
पिछले दिनों दिल्ली व चंडीगढ़ में हुई बैठकों में पार्टी ने यही निर्णय लिया है कि कांग्रेस के नेताओं को ही संगठन व सरकार में मजबूती दी जानी चाहिए। इसके लिए वह अब अमृतसर में हुए प्रकरण का भी हवाला दे रहे हैं जब अनेक कौंसलरों ने मेयर के चुनाव के समय बैठक का बायकाट कर दिया था। लुधियाना चुनाव इसलिए भी कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे क्योंकि पार्टी को लुधियाना में अकाली-भाजपा गठबंधन, आम आदमी पार्टी के अलावा बैंस बंधुओं से भी मुकाबला करना है। बैंस बंधुओं का दो विधानसभा हलकों में प्रभाव है तथा कांग्रेस की कोशिश है कि इस बार किसी भी तरह से बैंस बंधुओं के हलकों में अपनी स्थिति मजबूत की जाए। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह अब मंत्रिमंडल विस्तार के समय भी इस बात का ध्यान रखेंगे कि संकट काल में जो कांग्रेसी उनके साथ खड़े रहे थे उन्हें आगे लाया जाए। इससे एक तो भविष्य में भी उक्त कांग्रेसी नेता उनके साथ बने रहेंगे तथा साथ ही कैप्टन अपने धड़े को मजबूती भी देंगे।