Edited By Updated: 16 Feb, 2017 12:02 AM
होशियारपुर-जालंधर-धर्मशाला फोरलेन के निर्माण में भूमि अधिग्रहण करने के 100 ...
होशियारपुर(अश्विनी): होशियारपुर-जालंधर-धर्मशाला फोरलेन के निर्माण में भूमि अधिग्रहण करने के 100 करोड़ रुपए के घोटाले के एक आरोपी पी.सी.एस. अधिकारी एस.डी.एम. आनंद सागर शर्मा कुछ अकाली-भाजपा नेताओं के पसंदीदा हैं।
बता दें कि कुछ माह पूर्व जब इस घोटाले की सुगबुगाहट शुरू हुई थी तो सत्तारूढ़ गठबंधन के कई नेताओं के संरक्षण के चलते सरकार काफी देर तक खामोश रही थी। बाद में जब सूचना का अधिकार एक्टीविस्ट राजीव वशिष्ठ द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर घोटाले के बारे में जानकारी देते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई व कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी की तरफ से इस घोटाले की जांच करवाने के लिए आंदोलन शुरू किया गया तो मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने विजीलैंस ब्यूरो के इंस्पैक्टर जनरल के नेतृत्व में स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम का गठन किया था।
इस टीम द्वारा जांच शुरू करने पर घोटाले के आरोपों में घिरे एस.डी.एम. आनंद सागर शर्मा को गैर-महत्वपूर्ण पोसिं्टग देने की बजाय गिद्दड़बाहा उपमंडल में ही बतौर एस.डी.एम. तबदील कर दिया गया था।