Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 09:07 AM
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मैक्सिको-अमरीका सीमा पर अवैध आप्रवासियों को रोकने के लिए सख्त उपाय करने की घोषणा का प्रदेश में सक्रिय कबूतरबाजों पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है। दुनिया के खतरनाक रास्तों में शुमार होने वाले इस बार्डर के...
कपूरथला(भूषण): अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मैक्सिको-अमरीका सीमा पर अवैध आप्रवासियों को रोकने के लिए सख्त उपाय करने की घोषणा का प्रदेश में सक्रिय कबूतरबाजों पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है। दुनिया के खतरनाक रास्तों में शुमार होने वाले इस बार्डर के रास्ते युवकों को अमरीका भेजने का झांसा देकर 30 से 35 लाख रुपए लेने का दौर फिर से शुरू हो गया है। ऐसे में कपूरथला जिला सहित दोआबा के विभिन्न जिलों से संबंधित सैंकड़ों युवक अमरीका जाने के लिए ग्वाटेमाला तथा मैक्सिको में बैठ कर बार्डर पार करने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि अमरीका जाने के चक्कर में कपूरथला जिला सहित दोआबा से संबंधित कई युवकों के समुद्र में डूबने व अन्य कारणों से मौत के मुंह में चले जाने से भी यह सिलसिला बंद नहीं हो रहा है।
ट्रंप ने सत्ता संभालते ही की थी बार्डर पर सख्ती की घोषणा
मैक्सिको से अमरीका में हर वर्ष हजारों लोगों की अवैध एंट्री को देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने मैक्सिको सीमा पर विशाल दीवार बनाने की घोषणा करते हुए सख्ती करने का ऐलान किया था। ताकि मैक्सिको के रास्ते अमरीका में घुसने वाले अवैध आप्रवासियों को पकड़ा जा सके, लेकिन अमरीका मैक्सिको सीमा के हजारों किलोमीटर लंबी होने के कारण फिलहाल यह काम सिरे नहीं चढ़ पाया है।
कपूरथला सहित दोआबा के कई युवकों की हो चुकी है मौत
कबूतरबाज अवैध तौर पर युवकों को अमरीका भेजने के लिए सबसे पहले दक्षिण अमरीकी देश ग्वाटेमाला भेजते हैं, जहां से उन्हें खतरनाक रास्तों की मदद से पनामा से होकर मैक्सिको में भेजा जाता है। इस दौरान कई युवक गहरे पानी में डूब कर मौत का शिकार हो चुके हैं। कुछ दिन पहले कपूरथला और होशियारपुर जिले से संबंधित कुछ युवकों के पनामा नहर में डूबने का मामला देश भर में सुर्खियों में रहा था। इसके बावजूद युवा वर्ग में इस खतरनाक रास्ते से अमरीका जाने का क्रेज कम नहीं हो रहा है।
पंजाब के कई थानों में मामले दर्ज
मैक्सिको से अमरीका जाने के चक्कर में अपना भविष्य तबाह कर चुके कई युवकों की शिकायत पर प्रदेश के विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में मामले दर्ज करने के बावजूद इस धंधे में लाखों की आमदनी होने के कारण कबूतरबाजों का लालच कम नहीं हो रहा है। हालांकि कई युवकों के मौत के मामलों को देखते हुए पुलिस बड़ी संख्या में कबूतरबाजों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है, लेकिन जागरूकता के बावजूद इन कबूतरबाजों की गतिविधियां चरम पर हैं।
कम पढ़े- लिखे व आईलैट्स पास न करने वाले युवक डालते हैं जान जोखिम में
कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड तथा इंगलैंड जैसे विकसित देशों में प्रदेश से संबंधित हजारों युवकों के स्टडी वीजा पर चले जाने से कबूतरबाजों की गतिविधियों में काफी हद तक कमी आई है। जानकारी के अनुसार अमरीका जाने के लिए इन खतरनाक रास्तों का इस्तेमाल वही युवक करते हैं जो या तो कम पढ़े-लिखे होते हैं या फिर आईलैट्स पास नहीं कर पाते हैं। इस वजह से वह अपनी जान जोखिम में डालते हैं।