Edited By Updated: 15 Jan, 2017 12:29 PM
कांग्रेस आलाकमान ने अमरेंद्र सिंह का सियासी करियर खत्म करने की पूरी तैयारी कर ली है। अमरेंद्र को विधानसभा लंबी से चुनाव मैदान में उतारने का फैसला महाराजा के राजनीतिक जीवन का आखिरी अध्याय होगा।
चंडीगढ़ (ब्यूरो): कांग्रेस आलाकमान ने अमरेंद्र सिंह का सियासी करियर खत्म करने की पूरी तैयारी कर ली है। अमरेंद्र को विधानसभा लंबी से चुनाव मैदान में उतारने का फैसला महाराजा के राजनीतिक जीवन का आखिरी अध्याय होगा। यह मानना है शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और उप-मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के सलाहकार मनजिंद्र सिंह सिरसा का।उनका कहना है कि लंबी से चुनाव लडऩे का फैसला अमरेंद्र का अपना फैसला नहीं हो सकता। यह फरमान कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का है। असल में यह फरमान राहुल और अमरेंद्र के रिश्तों में आई खटास का नतीजा है। दोनों के बीच बढ़ती कड़वाहट के चलते ही कांग्रेस अपने उम्मीदवारों तक का ऐलान अभी तक नहीं कर सकी है।
कांग्रेस आलाकमान पंजाब में अमरेंद्र धड़े को नीचा दिखाने की ताक में है। कांग्रेस आलाकमान ने अमरेंद्र सिंह को 5 बार मुख्यमंत्री रहे अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ लंबी से चुनाव लडने का हुक्म जारी किया है। इसके साथ ही सिरसा ने कहा कि कैप्टन पटियाला विधानसभा क्षेत्र से अकाली उम्मीदवार जनरल जे.जे. सिंह से डरकर ही लंबी से चुनाव लडने की इच्छा जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमरेंद्र और बादल का कोई मुकाबला नहीं है। बादल संगत दर्शनों के जरिए लोगों से जुड़े हैं जबकि अमरेंद्र का लोगों से मिलना तो दूर वह सीधे-सीधे अपने पार्टी कार्यकर्ताओं यहां तक कि विधायकों से मिलना भी अपनी शान के खिलाफ समझते हैं। ऐसे बिगड़े नवाब को लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे।