Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 04:27 PM
जिले के गांव चनारथल कलां में स्थित महिला स्वास्थ्य केंद्र में विभाग की लापरवाही कारण साधारण प्रसुती उपरांत पहले बच्चा अौर फिर जच्चा की मौत हो गई
फतेहगढ़ः जिले के गांव चनारथल कलां में स्थित महिला स्वास्थ्य केंद्र में विभाग की लापरवाही कारण साधारण प्रसुती उपरांत पहले बच्चा अौर फिर जच्चा की मौत हो गई जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग खिलाफ भड़के पीड़ित परिवार के सदस्यों और इलाका निवासियों ने रुड़की अड्डे के बीच धरना लगा कर नारेबाजी की। इस दौरान पहुंचे प्रशासनिक अमले की तरफ से लापरवाह डाक्टर और स्टाफ खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दे मामला शांत करवाया गया।
मृतका के पति सतीन्द्र सिंह विक्की निवासी रुड़की ने बताया कि उसकी पत्नी को दर्द होने उपरांत रविवार रात 8:30 बजे स्वास्थ्य केंद्र ले आए। इस दौरान स्टाफ नर्स जसपाल कौर और डा: नेहा की देख-रेख में उसे कई तरह के टीके लगाए गए और ग्लूकोज भी चढ़ाया गया। इसके बाद रात 12 उसकी पत्नी का दर्द बढ़ गया अौर सोमवार शाम 3:30 बजे साधारण प्रसुती से उसने मृत बच्चे को जन्म दिया।
विक्की ने बताया कि ब्लीडिंग ज्यादा होने के चलते उसे राजिन्दरा अस्पताल पटियाला रैफर कर दिया गया। उसने अारोप लगाया कि जब वह सरकारी एंबुलैंस के चालक को लेने गया तो उसने शराब पी रखी थी। इसलिए वह पत्नी को प्राईवेट वाहन से राजिन्दरा अस्पताल ले गया और उसका इलाज शुरू करवाया । इसके बाद वे बच्चे को दफनाने के गांव लेकर आ गया। जब वह वापस अस्पताल गया तो डाक्टरों ने बताया कि उसकी पत्नी में सिर्फ 3 ग्राम खून बचा है।
विक्की ने बताया कि रिश्तेदारों को बुला उसे 4-5 बोतल ख़ून चढ़वाया । उसके बाद उसकी पत्नी के 2 अाप्रेशन हुए जिसके बाद उसकी मौत हो गई। उसने अारोप लगाया कि स्वास्थ्य केंद्र में बर्ती गई लापरवाही कारण उसकी पत्नी तथा बच्चे की मौत हो गई।
सिविल सर्जन डा. हरिन्दर कौर ने कहा कि मामले की बारीकी के साथ जांच की जाएगी जो भी दोषी पाया गया उस पर कार्रवाई की जाएगी।