Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Feb, 2018 10:31 AM
धर्मराज युधिष्ठिर और यक्ष के बीच महाभारत काल में हुए संवाद की ऐतिहासिक धरती श्री कटासराज धाम के अमर कुंड में क्या 13 फरवरी को भारतीय हिंदू महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर स्नान कर पाएंगे? यह प्रश्र कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव और पाकिस्तान...
अबोहर(भारद्वाज): धर्मराज युधिष्ठिर और यक्ष के बीच महाभारत काल में हुए संवाद की ऐतिहासिक धरती श्री कटासराज धाम के अमर कुंड में क्या 13 फरवरी को भारतीय हिंदू महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर स्नान कर पाएंगे? यह प्रश्र कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव और पाकिस्तान दूतावास के मौन धारण के कारण पूछा जा रहा है। इस बीच प्रति वर्ष आयोजित की जाने वाली श्री कटासराज धाम यात्रा का संयोजन करने वाली संस्थाओं के मध्य भी विवाद उभर कर सामने आ रहे हैं।
तीसरा महत्वपूर्ण पहलू यह है कि श्री कटासराज धाम में स्थित अमर कुंड सूख जाने का संज्ञान लेने वाले पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों की देखभाल करने वाली संस्था ओकाफ बोर्ड के अध्यक्ष पद से सिद्दीक उल फारूख को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर धार्मिक मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव सेवानिवृत्त कैप्टन मोहम्मद आफताब को अस्थाई तौर पर मात्र 3 माह के लिए अध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया है। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मियां सकीब निसार ने अमर कुंड सूख जाने बारे जिला चकवाल के एक पत्रकार द्वारा प्रमुखता से मामला उठाए जाने के बाद इसका गंभीर संज्ञान लिया गया था। गत वर्ष दिसम्बर में शुरू की गई सुनवाई के दौरान यह बात सामने आई कि श्री कटासराज के आसपास स्थापित सीमैंट फैक्टरियों द्वारा भूमिगत पानी बोरवैल के माध्यम से खींचने के कारण ऐतिहासिक अमर कुंड के सूखने की नौबत आई है।
जानकारी देते हुए श्री रामायण प्रचारिणी सभा के महासचिव व श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब के सदस्य राकेश नागपाल ने कहा कि अब अमर कुंड में 20 फुट की बजाय 10 फुट पानी होने की सूचनाएं मिल रही हैं लेकिन 11 फरवरी को शुरू होने वाली श्री कटासराज धाम यात्रा पर अभी भी प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भेजे पत्र के जवाब में उनके मंत्रालय के पाकिस्तान प्रकोष्ठ ने 17 नवम्बर को उत्तर दिया था कि 2015 में लिए गए निर्णय अनुसार श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पहाडग़ंज व केन्द्रीय सनातन धर्म सभा रोटेशन में इस यात्रा का संयोजन करेंगी लेकिन पहाडग़ंज स्थित सभा के अधिकारियों ने सूचित किया कि अभी तक भारतीय यात्रियों से पासपोर्ट जमा करवाने के लिए नहीं कहा गया।