Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jul, 2017 12:27 AM
कांग्रेस की नाकामियों का लाभ पड़ोसी राज्यों में लगे क्रशरों को हो रहा है क्योंकि रोजाना जम्मू.....
जालंधर(पुनीत/शारदा): कांग्रेस की नाकामियों का लाभ पड़ोसी राज्यों में लगे क्रशरों को हो रहा है क्योंकि रोजाना जम्मू-कश्मीर से हजारों ट्रक रेत-बजरी लिए पंजाब में दाखिल होते हैं लेकिन इन पर कोई टैक्स इत्यादि नहीं वसूला जाता।
कांग्रेस राज में रेत-बजरी सस्ती करने का दावा अभी तक खोखला साबित हुआ है क्योंकि कांग्रेस 1 अप्रैल को 30 दिन में पॉलिसी लाने का दावा करके आज 3 माह बाद भी माइनिंग पॉलिसी नहीं ला पाई है। जम्मू-कश्मीर के क्रशर यूनिटों से प्रतिदिन रेत-बजरी से लोड होकर प्रदेश में 900-1000 के करीब ट्रक व ट्राले आ रहे हैं। उनसे प्रति सैंकड़ा 500 रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। गुंडा तत्वों को रोज 50 लाख के करीब भारी भरकम राशि एकत्रित हो रही है जोकि प्रति माह के हिसाब से 15 करोड़ से अधिक है।
सुरक्षा के लिए घातक हैं कच्चे मार्गों से आने वाले ट्रक-ट्राले ट्रक व ट्राले जो कि दरिया से कच्चे मार्गों व फिर आगे लिंक मार्गों से होकर नैशनल हाईवे पर बेरोक-टोक चढ़कर विभिन्न स्थानों की ओर कूच कर रहे हैं वे सुरक्षा के लिहाज से भी घातक हैं। कोई भी देश विरोधी ताकत इस बात का फायदा उठा सकती है। पठानकोट में पहले भी आतंकवादियों द्वारा कई देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया जा चुका है क्योंकि पाकिस्तान का बॉर्डर पठानकोट से ज्यादा दूर नहीं। गुंडा तत्वों द्वारा की जा रही अवैध वसूली के प्रति यदि प्रशासन ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया तो उसका खमियाजा भुगतना पड़ सकता है।
हिमाचल व जम्मू-कश्मीर की इंडस्ट्री हो रही गुलजार
हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर में विशेष औद्योगिक रियायतें होने के चलते वहां की क्रशर इंडस्ट्री गुलजार हो उठी है जबकि पंजाब के पठानकोट में गुंडा तत्वों द्वारा की जाने वाली अवैध वसूली ने पंजाब की क्रशर इंडस्ट्री को फिर से मृत्यु शैया पर लेटा दिया है। माइनिंग का दबदबा किस प्रकार क्रशर इंडस्ट्री पर कायम है यह किसी से छुपा नहीं है। माइनिंग माफिया को गुंडा टैक्स देने वाले क्रशर यूनिट बिना किसी डर के चल रहे हैं जबकि इसके विपरीत जो क्रशर यूनिट माफिया को गुंडा टैक्स नहीं देते उन पर कार्रवाई होनी शुरू हो जाती है।