Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Aug, 2017 04:40 PM
सब-डिवीजन फिल्लौर पुलिस द्वारा अनुशासन की कमी के चलते गत सप्ताह बिना सर्च वारंट व बिना महिला पुलिस फोर्स के होटल व घर पर मारे गए छापे जहां चर्चा का
फिल्लौर(भाखड़ी): सब-डिवीजन फिल्लौर पुलिस द्वारा अनुशासन की कमी के चलते गत सप्ताह बिना सर्च वारंट व बिना महिला पुलिस फोर्स के होटल व घर पर मारे गए छापे जहां चर्चा का विषय बने हुए हैं, वहीं स्थानीय पुलिस की किरकिरी हो रही है। घर पर मारे गए छापे पर अदालत ने कड़ा संज्ञान लिया है। होटल के कमरों में लड़कों के साथ पकड़ी गई नाबालिग स्कूली छात्राओं को छोडऩे के बदले और होटल मालिकों से पुलिस मुलाजिमों द्वारा दलालों के माध्यम से मामला रफा-दफा करने के बदले मांगे गए लाखों रुपयों की जांच शुरू हो गई है।
क्या था होटल के कमरों में पकड़ी गई छात्राओं का मामला
गत दिवस 11 अगस्त को प्रात: साढ़े 8 बजे थाना प्रभारी राजीव कुमार ने प्राइवेट गाड़ी में पुलिस पार्टी के साथ शहर के नैशनल हाईवे पर पड़ते एक होटल में छापा मार कर वहां कमरों में लड़कों के साथ ठहरी 2 नाबालिग लड़कियां जो स्कूल यूनीफार्म में थीं, को गिरफ्तार करने के उपरांत वहां मौजूद होटल मालिक के रिश्तेदार को गिरफ्तार कर थाने ले आए। यहां 10 घंटे थाने में रखने के दौरान शाम 7 बजे पुलिस ने बच्चों को छोड़ दिया जबकि होटल मालिक के रिश्तेदार को रात्रि 9 बजे इस जिम्मेदारी पर छोड़ा गया कि उसे प्रात: दोबारा थाने में पेश किया जाएगा। अब हालात यह हो गए हैं कि पिछले 4 दिनों से पुलिस के कुछ मुलाजिम दलाल किस्म के लोगों की मदद से विदेश में रह रहे एन.आर.आई. होटल मालिक को फोन कर छापेमारी की घटना को रफा-दफा करने के 1 लाख रुपए की मांग के साथ होटल को खुद ठेके पर लेकर चलाने की बात कर रहे हैं। एक व्यक्ति होटल मालिक और उसके लोगों को अलग से धमका रहा है कि होटल में छापेमारी के दौरान खींची तस्वीरें उसके पास हैं। वह उसको भी 1 लाख रुपए दे नहीं तो वह उसे सोशल मीडिया के साथ व्हाट्सएप के उस ग्रुप में डाल देगा जिसमें एस.एस.पी. भी शामिल हैं। सूत्रों से पता चला है कि लाखों रुपयों की रिश्वत के साथ होटल को भी ठेके पर देने के दबाव के चलते एन.आर.आई. होटल मालिक बेहद सदमे में चला गया था जिसने आखिरकार पुलिस मुलाजिमों और उनके दलाल किस्म के लोगों से पीछा छुड़वाने के लिए उसने कह दिया कि वह खुद सभी की कि गई रिकाॄडग मीडिया को भेजकर उनका पर्दाफाश करेगा।
क्या कहना है थाना प्रभारी का
थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि उन्होंने होटल में छापेमारी के दौरान पकड़ी गई स्कूली लड़कियों के भविष्य को देखते हुए उनके परिवार वालों को थाने बुला कर चेतावनी देकर छोड़ा था। उन्होंने माना कि उन्हें भी पता चला है कि कुछ लोग होटल मालिक से बात रफा-दफा करवाने के बदले लाखों रुपयों की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने डी.एस.पी. फिल्लौर से बातचीत कर उक्त पुलिस मुलाजिमों का पता करने के लिए जांच शुरू कर दी है।
क्या कहना है डी.एस.पी. का
इस संबंध में डी.एस.पी. चीमा ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि अमरजीत सिंह अपने साथियों के साथ मिल कर माहौल को खराब कर तनावपूर्ण बना सकता है जिस कारण चेतावनी देने के लिए पुलिस को उसके घर भेजा गया था। इस छापेमारी के संबंध में पुलिस पर किसी प्रकार का कोई राजनीतिक दबाव नहीं था। वह शीघ्र ही अपना जवाब तैयार कर अदालत को भेज देंगे।