Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Nov, 2017 12:09 PM
मुंहबोली मां से रुपए छीनने के आरोप में मां द्वारा पुलिस को पकड़वाया लड़का कोई आम नहीं बल्कि हौजरी व्यापारी निकला।
फिल्लौर/अपरा (भाखड़ी/दीपा): मुंहबोली मां से रुपए छीनने के आरोप में मां द्वारा पुलिस को पकड़वाया लड़का कोई आम नहीं बल्कि हौजरी व्यापारी निकला। लड़के ने पुलिस को बताया कि मां ने खुद रुपयों का बैग पकड़ा कर इसलिए उसे चोर बता कर फंसा डाला ताकि वह उसके 5 लाख रुपए मार सके।
पुलिस चौकी से बाहर लुधियाना के हौजरी व्यापारी विशाल अपने सगी मां के साथ पत्रकार सम्मेलन का आयोजन कर अपनी मुंहबोली मां के खिलाफ कई खुलासे किए। विशाल ने कहा कि जिसे उसने अपनी मुंहबोली विधवा मां समझ कर 2 महीने उसकी हर बात मानी, उसी ने उसे झूठे चोरी के आरोप में फंसा कर लोगों के साथ खुद भी पुलिस चौकी में पीटा। अब सच्चाई सामने आने लगी तो अपने विरुद्ध पुलिस कार्रवाई होती देख उसके रुपए लौटा कर समझौता कर लिया। उसने बताया कि फिल्लौर निवासी अनिल जैन जो लुधियाना में हौजरी का कारोबार करता था, का बेटा शिवम और वह दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे।
एक ही हौजरी लाइन होने के कारण उसने अपने दोस्त के पिता अनिल जैन के साथ कारोबारी संबंध बना लिए। विशाल ने बिलों की रसीदें दिखाते हुए बताया कि लगभग 3 माह पहले जब अनिल जैन की कार दुर्घटना में मौत हो गई तब उसने अनिल जैन से 2 लाख रुपए के करीब लेने थे। जैन की मौत के बाद उसके दोस्त की मां मोनिका ने उसे अपना मुंहबोला बेटा बनाते हुए कहा कि वह अपने छोटे भाई को बाजार में दोबारा स्टैंड करने के लिए वह अढ़ाई लाख रुपए का यार्न यह कह कर ले लिया कि उसके पति के इंश्योरैंस के पैसे मिलते ही वह उसकी पाई-पाई लौटा देंगे। ऐसे करते हुए उन्होंने उससे 5 लाख रुपए ले लिए। जब उसने मुंहबोली मां से रुपए वापस मांगे तो गत दिवस दोपहर 2 बजे उसका दोस्त शिवम लुधियाना उसकी दुकान पर आकर बोला कि उसकी मां मोनिका ने उसे फिल्लौर घर पर बुलाया है। वह आज सुनियारे को अपना सोना बेच कर उसके रुपए दे देंगे। जिस पर वह शिवम के साथ फिल्लौर पहुंच गया।
जहां उसकी मुंहबोली मां मोनिका सोना लेकर गाड़ी में उसके साथ बैठ गई और वह तीनों अपरा निकल गए। यहां सुनियारे के पास 2 लाख 25 हजार का सोना बेचने के पश्चात जब वह रुपए लेकर बाहर निकले तो मोनिका ने उसे रुपयों का बैग पकड़ा दिया बैग पकड़ते ही मोनिका ने योजना के मुताबिक यह कह कर लोगों को इकट्ठा कर लिया कि उक्त लड़का उसका रुपयों का बैग छीन कर फरार हो रहा है जिस पर लोगों ने उसे पकड़ कर पीटते हुए पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस चौकी में उसने बार-बार दोहाई दी कि वह उसका मुंहबोला बेटा है, उसने कोई छीना-झपटी नहीं की। परंतु उसकी मुंहबोली मां ने उसे पहचानने से इंकार करते हुए पुलिस चौकी में ही कई थप्पड़ मारे। प्रात: उसने पुलिस को सबूतों सहित सच्चाई बताई तो पुलिस वाले भी हैरान रह गए। जब उन्होंने मोनिका और उसके बेटे को पुलिस चौकी में बुला कर झूठे आरोप लगा कर पुलिस को गुमराह करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही तो मोनिका जैन और उसके बेटे ने पंचायत में माना कि उसने उनके 5 लाख रुपए देने हैं। उन्होंने 2 लाख 25 हजार रुपए तुरंत पुलिस के सामने उसे देते हुए लिखित तौर पर माना कि बकाया राशि वह 4 चैकों द्वारा उसे देंगे।
क्या कहना है शिकायतकत्र्ता महिला का
इस संबंध में जब मोनिका जैन और उसके बेटे शिवम से बात की तो उसने फिर अपने वही आरोप दोहराते हुए कहा कि उसके स्व. पति ने क्या लेन-देन किया था, उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वह विशाल के साथ सोना बेचने आए थे। सोना बेचने के बाद विशाल ने उनसे रुपए छीन लिए। जब उनसे पूछा कि उन्होंने खुद लिखित रूप में माना है कि उन्होंने रुपए देने हैं तो मोनिका ने कहा कि एक तो उनकी घरेलू मजबूरियां थीं, दूसरा पुलिस ने भी उनको बिल्कुल सहयोग नहीं दिया, जिस कारण मजबूरी में उन्हें यह समझौता करना पड़ा।
मोनिका जैन के रिश्तेदार हितेश जैन ने बताया कि अपरा पुलिस की एकतरफा कार्रवाई के कारण उन्होंने इसकी शिकायत डी.जी.पी. कार्यालय की है। उसके बावजूद अगर पुलिस ने उन्हें इंसाफ न दिलवाया तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। इस संबंध में पूछने पर अपरा पुलिस ने बताया कि उक्त महिला ने बिल्कुल लूटपाट का ड्रामा रच कर झुठा आरोप लगाया था जिसकी सच्चाई सामने आने के पश्चात महिला और उसके बेटे नेे पूरी पंचायत में अपनी गलती मानते हुए समझौता कर लिया।