Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 10:18 AM
बॉलीवुड स्टार आमिर खान द्वारा निर्मित कार्यक्रम ‘सत्यमेव जयते’ में बच्चों को सही और गलत स्पर्श के प्रति जागरूक करने का सुझाव अभिभावकों और सरकारों को दिया गया था।
लुधियाना (विक्की): बॉलीवुड स्टार आमिर खान द्वारा निर्मित कार्यक्रम ‘सत्यमेव जयते’ में बच्चों को सही और गलत स्पर्श के प्रति जागरूक करने का सुझाव अभिभावकों और सरकारों को दिया गया था। आमिर के उस सुझाव पर धीरे-धीरे अब अमल होना शुरू हो गया है। यही वजह है कि देश के स्कूलों में स्टूडैंट्स को अब एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा अच्छे और बुरे स्पर्श पर आधारित वीडियो दिखाकर जागरूक किया जाएगा। भारत के स्कूलों में बच्चे अब गुड और बैड टच के बारे में भी जानेंगे। इसके अलावा एन.सी.ई.आर.टी. आगामी वर्ष से गुड व बैड टच संबंधी बुक्स भी रिलीज करने जा रहा है।
10 मिनट का वीडियो, स्कूलों को भेजी जाएगी एडवाइजरी
सरकार ने कदम उठाया है कि सी.बी.एस.ई. सहित अन्य शिक्षा बोर्डों को भी इस संबंधी एडवाइजरी भेजकर इसे लागू करने बारे कहा जाएगा। एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा हिन्दी और इंगलिश में तैयार किए गए इस 10 मिनट के वीडियो में बकायदा काल्पनिक कहानियों की वीडियो बनाकर उसे बच्चों को दिखाया जाएगा, जिस संबंधी लड़के और लड़की को कहां छूना सही स्पर्श है या किन अंगों को छूना गलत स्पर्श है, संबंधी बताया जाएगा। हालांकि कई स्कूलों ने तो बच्चों को गुड व बैड टच के बारे में बताने के लिए पहले से ही स्कूलों में कार्यक्रम व सैशन शुरू कर दिए हैं, जिसमें बच्चों को बताया जा रहा है।
बच्चों के साथ बढ़ रही हैं छेड़छाड़ की घटनाएं
पिछले लंबे समय से घटिया मानसिकता रखने वाले लोगों द्वारा बच्चों के साथ की जा रही छेड़छाड़ की घटनाओं के मद्देनजर सरकार अब स्कूलों में छोटे बच्चों को इस संबंधी जागरूक करना चाहती है। वीडियो देखकर बच्चे गलत स्पर्शों संबंधी जल्दी समझेंगे और यदि कोई उन्हें गलत तरीके से स्पर्श करता है तो वे इस बारे पेरैंट्स अथवा टीचर को भी जानकारी दे सकते हैं।
पेरैंट्स भी पूरी तरह नहीं कर पा रहे जागरूक
इस बात में कोई दो राय नहीं कि व्यस्तता के इस दौर में अधिकतर पेरैंट्स ऐसे हैं, जिनके पास अपने बच्चों के लिए भी ज्यादा समय नहीं हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से स्कूलों द्वारा भी समय-समय पर पेरैंट्स को बच्चों के लिए दिन में कुछ समय अवश्य निकालने के लिए प्रेरित करने के अलावा उनकी काऊंसलिंग भी की जाती है लेकिन पेरैंट्स भी अपने बच्चों को सही और गलत स्पर्श के बारे
में जागरूक नहीं कर पा रहे हैं।
हर किताब में होंगे जागरूकता टिप्स
नैशनल काऊंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेङ्क्षनग द्वारा अगले वर्ष से जारी की जाने वाली बुक्स के पिछले व अंतिम पेज पर गुड व बैड टच संबंधी जागरूकता टिप्स दिए जाएंगे। इसके अलावा केन्द्र व राज्य सरकारें भी अपनी किताबों में स्टूडैंट्स को इस संबंधी जागरूक करने के लिए सिलेबस भी शामिल करेंगी। यही नहीं बुक्स में बाकायदा हैल्पलाइन नंबर भी लिखे जाएंगे।