Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 11:12 AM
वर्व्ड बैंक द्वारा विश्वभर के देशों की इज ऑफ डूइंग बिजनैस रैंकिंग की की गई घोषणा के मुताबिक भारत ने अपनी रैंकिंग में 30 पायदान की लंबी छलांग लगाते हुए विश्व के प्रमुख 100 देशों में अपना नाम शुमार करने की जहां जबरदस्त सफलता प्राप्त की है।
लुधियाना (बहल): वर्व्ड बैंक द्वारा विश्वभर के देशों की इज ऑफ डूइंग बिजनैस रैंकिंग की की गई घोषणा के मुताबिक भारत ने अपनी रैंकिंग में 30 पायदान की लंबी छलांग लगाते हुए विश्व के प्रमुख 100 देशों में अपना नाम शुमार करने की जहां जबरदस्त सफलता प्राप्त की है।
पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना वर्ल्ड बैंक द्वारा भारत में बिजनैस के लिहाज से नंबर-1 का दर्जा देना लुधियानवियों के लिए बड़े गौरव और फख्र की बात माना जा रहा है। विश्व बैंक द्वारा किसी भी देश को बिजनैस के लिहाज से रैंकिंग देने के लिए विभिन्न मापदंडों को आधार बनाकर रिपोर्ट दर्ज की जाती है, जो कारोबार की आसानी के लिए आंकलन का पैरामीटर मानी जाती है।
औद्योगिक शहर लुधियाना को भारत के मानचैस्टर का रूतबा हासिल है। यहां हौजरी, बाईसाइकिल, इंजीनियरिंग, आटो पार्ट्स, मशीन टूल, सैकेंडरी स्टील फर्नेस एवं स्टील रोलिंग मिल्स इंडस्ट्री, हैंड टूल, ट्रैक्टर पार्ट, सिलाई मशीन आदि से जुड़े 1 लाख से ऊपर औद्योगिक इकाइयां हैं।
भूगौलिक कारणों से कई सुविधाओं से वंचित होने के बावजूद लुधियाना के कारोबारियों का जज्बा और मेहनत इस ऊंचे मुकाम को हासिल करने में सहायक बनी है। वर्ल्ड बैंक द्वारा भारत में लुधियाना को इज ऑफ डूइंग बिजनैस में अव्वल चुनने पर महानगर के उद्योग जगत में खुशी की लहर दौड़ गई है लेकिन कारोबारियों की इस उपलब्धि के बारे में विचारों में भिन्नता स्पष्ट नजर आती है।
इन पैमानों पर मिला खिताब
बिजनैस शुरू करना कितना आसान है।
निर्माण के लिए लाइसैंस में आसानी।
बिजली की उपलब्धता।
प्रापर्टी पंजीकृत करवाने में आसानी।
बिजनैस के लिए पैसे की उपलब्धता।
छोटे निवेशकों के लिए सुरक्षित वातावरण।
कर प्रणाली में सुगमता।
सीमा पार व्यापार करने में आसानी।
सौदों का निपटान।
दिवालीयापन की स्थिति में हल निकालने की व्यवस्था।
लुधियाना को सर्वश्रेष्ठ चुनने के पीछे की वजह
पंजाब में लुधियाना एक ऐसा शहर है, जिसने एग्रीकल्चर के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्र में भी बराबर सफलता हासिल की है। चाहे यहां बड़े इंडस्ट्रीयल यूनिट स्थापित नहीं हुए हैं लेकिन यहां की इंजीनियरिंग इंडस्ट्री मारुति, हुंडई, मर्सीडीज कार, होंडा, टाटा ट्रक, रेलवे पार्ट्स आदि का निर्माण करके बड़े यूनिटों को माल सप्लाई करती है। लुधियाना में शुष्क बंदरगाह के सी.एफ.एस. में लगातार विस्तार से आयात-निर्यात की सुविधाएं बढ़ी हैं। करीब 3 साल के अंतराल के बाद लुधियाना से दिल्ली के लिए उड़ानों की शुरूआत से इंडस्ट्री को कारोबारी गतिविधियां बढ़ाने में सफलता हासिल हुई है।