Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 03:37 PM
सूफियां चौक में आगजनी के बाद धराशायी हुई फैक्टरी से अभी भी उठ रहे धुएं-मिट्टी की वजह से आसपास के लोग बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं, जिनमें सांस व दमा के रोगियों की दिक्कत और बढ़ी है परंतु सेहत विभाग को इसकी कोई परवाह ही नहीं है। इस बात का अंदाजा...
लुधियाना(खुराना): सूफियां चौक में आगजनी के बाद धराशायी हुई फैक्टरी से अभी भी उठ रहे धुएं-मिट्टी की वजह से आसपास के लोग बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं, जिनमें सांस व दमा के रोगियों की दिक्कत और बढ़ी है परंतु सेहत विभाग को इसकी कोई परवाह ही नहीं है। इस बात का अंदाजा गत दिवस जिलाधीश द्वारा दिए आदेशों को गंभीरता से न लेने से लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं आज घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक सुरिंद्र डाबर ने भी लोगों के स्वास्थ्य के मद्देनजर सिविल सर्जन को फोन करके यहां मैडीकल कैम्प लगाकर जरूरतमंदों को मुफ्त दवाइयां उपलब्ध करवाने की बात कही परंतु सेहत विभाग के अधिकारियों ने इसे भी दरकिनार कर दिया।
हादसे के बाद से धुआं और धूल मिलने से जहरीली हुई हवा से लोगों को सांस, नाक बंद, खांसी व गले की अन्य बीमारियों से जूझना पड़ रहा है लेकिन सेहत विभाग का कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। यहां मैडीकल कैम्प लगाना तो दूर डाक्टरों की टीम तक को नहीं भेजा गया।
-रंजीत कौर, इलाका निवासी
सारा दिन उठ रही धूल-मिट्टी व धुएं के कारण सांस तक लेना दूभर हुआ पड़ा है। मुंह पर लगाने के लिए मास्क तक नहीं हैं, जबकि ऐसी स्थिति में खांसी, बुखार व गले में खराश के साथ आंखों में जलन की समस्या बढ़ गई है। बावजूद इसके सेहत विभाग की टीमें यहां मैडीकल कैम्प तक लगाना मुनासिब नहीं समझ रहीं।
-कृष्ण सिंह, इलाका निवासी