Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Nov, 2017 02:05 PM
सोमवार की सुबह सूफियां चौक के नजदीक धराशायी हुई 6 मंजिला फैक्टरी के खौफनाक हादसे के मंजर ने लोगों का मानसिक संतुलन मानो बिगाड़कर रख दिया, क्योंकि लोगों ने खौफ के साए में बाहर सड़क पर रात गुजारी। हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आगजनी के बाद...
लुधियाना(खुराना): सोमवार की सुबह सूफियां चौक के नजदीक धराशायी हुई 6 मंजिला फैक्टरी के खौफनाक हादसे के मंजर ने लोगों का मानसिक संतुलन मानो बिगाड़कर रख दिया, क्योंकि लोगों ने खौफ के साए में बाहर सड़क पर रात गुजारी। हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आगजनी के बाद गिरी बिल्डिंग के मलबे में दबे लोगों की चीखें अभी भी उनके कानों को चीर रही हैं। इसी डर के चलते वे अपने घरों को छोड़कर कड़कती ठंड में रातें सड़क पर गुजारने को मजबूर हैं।मौके पर मौजूद महिलाओं परमजीत कौर, मंदीप कौर, सर्बजोत कौर व हरप्रभ कौर ने बताया कि जब एक जबरदस्त धमाके के साथ बिल्डिंग गिरी तो चारों ओर फैले धूल के गुबार के चलते अंधेरा-सा हो गया। बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं सभी घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान की ओर भागे। उक्त महिलाओं का कहना है कि वे इतनी सहम गई हैं कि जरूरी सामान निकालने तक के लिए घरों में नहीं जा रही हैं। उन्हें डर है कि कहीं उनके मकान भी न गिर जाएं और इसी वजह से उन्होंने घरों को ताले लगा दिए हैं।
भूख-प्यास से बिलखते रहे बच्चे
इलाके में किराए के मकानों में रहने वाले अधिकतर परिवार रात को बच्चों को सुलाने व उनको ओढ़ाने के लिए रजाइयां-कंबल का इंतजाम करते दिखाई दिए और बच्चों व बुजुर्गों के लिए खाने-पीने का प्रबंध करते रहे। इस संबंध में मिक्खा सिंह व उसकी पत्नी रोजी ने बताया कि हादसे वाली रात को खाने-पीने का कोई प्रबंध न हो पाने के चलते उनके बच्चे रातभर भूख से बिलखते रहे।
बिजली बंद, पानी की किल्लत
बड़े पैमाने पर इलाके में बंद पड़ी बिजली सप्लाई के चलते अधिकतर घरों में पानी की किल्लत आने लगी है। लोग पीने के पानी की एक-एक बूंद के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं। ऐसे में नगर निगम द्वारा इलाके में भेजे गए पानी के टैंकर से पानी भरने के लिए लोगों में होड़-सी मची रही, क्योंकि घनी आबादी होने के चलते पानी पूरा नहीं हो पाया।
घर में 15 मैम्बर, अंदर जाने को कोई तैयार नहीं
मौके पर बुजुर्ग जत्थेदार नछत्तर सिंह ने बताया कि घर के 15 मैम्बर हादसे के बाद बाहर गली में बैठे हुए हैं परंतु अंदर जाने की कोई जहमत नहीं उठा रहा। उन्होंने बताया कि उनका घर हादसाग्रस्त हुई बिल्डिंग के साथ सटा हुआ है और इसी वजह से सभी खौफ में हैं। वहीं फैक्टरी में जोरदार धमाके से उनके घर को बड़ा नुक्सान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि खाने-पीने आदि को तो जैसे-जैसे गुजारा कर रहे हैं परंतु महिलाओं को शौच आदि जाने में दिक्कत पेश आ रही है।