Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 09:36 AM
फैक्टरी में लगी भयानक आग की खबर सुनकर इलाके के फैक्टरियों में काम करने वाली लेबर सहित भारी संख्या में इर्द-गिर्द बसे घरों में रहने वाले लोगों का हुजूम घटनास्थल पर इस बात से बेखबर था कि अगले ही पल क्या होने वाला है। आग की खबर सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे...
लुधियाना(पंकज): फैक्टरी में लगी भयानक आग की खबर सुनकर इलाके के फैक्टरियों में काम करने वाली लेबर सहित भारी संख्या में इर्द-गिर्द बसे घरों में रहने वाले लोगों का हुजूम घटनास्थल पर इस बात से बेखबर था कि अगले ही पल क्या होने वाला है। आग की खबर सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे ए.सी.पी. मंदीप सिंह व संबंधित थाने के मुलाजिम खुद भी समझ नहीं पाए कि आखिर हुआ क्या है।
काफी मशक्कत के बाद जब फैक्टरी के अगले हिस्से में आग पर काबू पाया गया तो टीम पीछे वाले एरिया में सरगर्म हो गई। इसी दौरान फैक्टरी मालिक के करीबी दोस्तों व स्टाफ ने फ्रंट पर आग कम हुई देखकर यह सोचकर फैक्टरी में एंट्री की कि अगर अंदर कोई सामान आग की चपेट में आने से बचा हो तो उसे भी बाहर निकाल लें। बस यही पल था, जिसने दर्जनों जिंदगियों को दाव पर लगा दिया और पूरी बिल्डिंग जोर के धमाके से धराशायी हो गई और चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
ऐसे लगा जैसे बम फटा
घंटों से फैक्टरी के बाहर अपने दोस्त गोला के साथ खड़े कार बाजार चलाने वाले जगजीत पिंकी व बिट्टू दुखिया ने बताया कि उन्होंने आग बुझाने में जुटे कर्मियों को कुछ खिलाने का फैसला लिया और वे समोसे लेकर फैक्टरी में गए परंतु कर्मियों को लिफाफा पकड़ाकर जैसे ही बाहर आए तो हादसा हो गया। पिंकी ने बताया कि पहले 10 मिनटों तक तो किसी को यह ही समझ नहीं आया। जब इमारत के गिरने से उठा धुआं व धूल शांत हुई तो वह मंजर देख उनका शरीर कांपने लगा, क्योंकि उनके सामने ही 20 के करीब लोग अंदर घुसे थे। वह पल शायद सारी जिंदगी उन्हें डराता रहेगा। अपनी आंखों के सामने इतने लोगों को जिंदा मलबे में दबते देखना उनकी जिंदगी का सबसे बुरा पल था, जिसकी बात करते हुए भी उनकी रूह तक कांप रही है।
लोग लगे दुआएं मांगने
देर रात बचाव टीम ने जैसे ही सोनू नामक ड्राइवर को मलबे के नीचे से जिंदा निकाला, वैसे ही मलबे में दबे अपने पारिवारिक सदस्यों की सकुशलता को लेकर बाहर घरों में विलाप कर रहे परिवारों ने दुआएं मांगनी शुरू कर दीं। एक-दूसरे को ढांडस बंधाते देख वहां खड़े लोगों की भी आंखों में आंसू व जुबां पर दुआएं आ गईं।