Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 01:36 PM
कफ्र्यू के माहौल को देखते हुए चाहे सभी सरकारी विभाग के कर्मचारी चक्कर में पड़े रहे कि वे दफ्तरों को खोलें या नहीं परन्तु फिर भी तकरीबन सभी सरकारी संस्थान खुले नजर आए।
तपा मंडी (मारकंडा, शाम, गर्ग): कफ्र्यू के माहौल को देखते हुए चाहे सभी सरकारी विभाग के कर्मचारी चक्कर में पड़े रहे कि वे दफ्तरों को खोलें या नहीं परन्तु फिर भी तकरीबन सभी सरकारी संस्थान खुले नजर आए। दूसरी तरफ सोमवार को जैसे ही डाकघर तपा ने रोजमर्रा की तरह अपना कामकाज शुरू किया तो पुलिस की तरफ से हुई अनाऊंसमैंट के कारण डाकघर के अधिकारी चक्कर में पड़ गए। जब कोई ग्राहक उनके पास न आया तो उन्होंने डाकघर को ताला लगाकर घर जाना ही बेहतर समझा, वहीं डाकघर बंद होने के बाद कई ग्राहक बंद गेट को देखकर वापस जाते भी दिखाई दिए।
मौके पर उपस्थित सिटी वैल्फेयर सोसायटी के सदस्यों ने बताया कि जब पूरा बाजार खुला पड़ा है तो पोस्ट आफिस के अधिकारियों को डाकघर बंद करने की क्या जरूरतथी। डाकघर के उच्चाधिकारियों की तरफ से भी डाकघर को बंद करने के हुक्म नहीं हैं परन्तु यहां के अधिकारी छुट्टी का आनंद लेने के लिए कफ्र्यू का बहाना लगाकर छू-मंतर हो गए हैं। इस संबंधी जब डाकघर के संगरूर कार्यालय में संपर्क किया गया तो जी.एम. चरनजीत सिंह ने बताया कि सरकारी छुट्टी न होने के बावजूद प्रशासन की तरफ से डाकघर बंद करने का हुक्म जारी किया गया था, जिस कारण डाकघर तपा को बंद किया गया है।