Edited By Updated: 28 Mar, 2017 12:44 PM
राज्य सरकार की गलत एक्साइज पॉलिसी के विरुद्ध सोमवार को पिछले वर्ष से बहुत ही कम अर्जियां प्राप्त हुई है, जिससे आबकारी विभाग में सुबह से ही
लुधियाना (सेठी): राज्य सरकार की गलत एक्साइज पॉलिसी के विरुद्ध सोमवार को पिछले वर्ष से बहुत ही कम अर्जियां प्राप्त हुई है, जिससे आबकारी विभाग में सुबह से ही निराशा का माहौल बना हुआ था क्योंकि शराब के ठेकों की नीलामी 29 मार्च को रखी गई है और वर्ष 2017-18 की नीलामी में हिस्सा लेने के लिए अर्जियां डालनी होती है। उसके लिए विभाग ने ठेकेदारों को 24 मार्च से 27 मार्च तक का समय दिया था। इन 4 दिनों में शनिवार और रविवार होने के बावजूद मैन्युअल राशि भरने नहीं आया। यदि सूत्रों की मानें तो विभाग को अर्बन क्षेत्र के 16 ग्रुप के लिए केवल 16 से 18 अर्जियां ऑनलाइन और मैन्युअल केवल 2 ही आई है जबकि जगराओं और रायकोट से इतनी ही पॢचयां आने की सूचना मिल रही है। अर्जियों में इतनी बड़ी कमी हो जाने का कारण बीते वर्ष ठेकेदारों को इस कारोबार से हुआ नुक्सान है जिसकी भरपाई के लिए विभाग ने 50 लाख की राहत तो दी है परन्तु उसके साथ ही प्रति पेटी लाइसैंस फीस बढ़ाने से ठेकेदार नाखुश नजर आ रहे हैं।
हो सकते हैं ठेकों के टैंडर जारी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016-17 में राज्य से विभाग को इन अर्जियों से 147.81 करोड़ रु. का राजस्व प्राप्त हुआ था, जबकि कुल अर्जियां 47. 541 आई थी। यदि सूत्रों की माने तो विभाग को इस बार कारोबार में घाटा नजर आया तो वे ठेके देने के लिए टैंडर भी जारी कर सकते हैं।
नाजायज शराब की बिक्री को रोकने के लिए ग्रुप किए कम
आबकारी विभाग ने महानगर में पिछली बार 30 ग्रुप बनाए थे। जिनको इस बार कम करके 16 कर दिया गया है। बावजूद इसके की स्टेट व नैशनल हाईवे के 143 ठेके भी कम हुए हैं। ग्रुप का एरिया बढ़ाने का मुख्य कारण ये भी है। नाजायज शराब की बिक्री पर रोक लगाई जा सके।
पर्चियां डलवाने के लिए ठेकेदारों से किया आग्रह
विभाग ने पर्चियां डालने के लिए 4 दिन रखे थे परन्तु चौथे दिन भी अर्थात सोमवार को भी कोई व्यक्ति विभाग के पास पॢचयां डालने नहीं आया तो अधिकारियों ने फोन कर ठेकेदारों को पर्चियां डालने का आग्रह किया। विभाग ने आम लोगों को भी पॢचयां डालने के लिए कहा ताकि सरकार का राजस्व जुटाया जा सके।
इस बार महंगी होगी शराब
शराब के ठेके कम तो हुए हैं परन्तु विभाग ने ड्यूटी पुराने हिसाब से ही लेनी है। जिसके पश्चात शराब के महंगी हो जाने के आसार नजर आ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस बार ठेकेदार एकाधिकार से बेचेंगे। जिसके पश्चात शराब महंगे दामों पर मिलेगी। शराब पीने के शौकीन लोगों को यदि लॉन्ग ड्राइव पर जाना है तो शराब की बोतल घर से लेकर ही चलना होगा क्योंकि स्टेट व नैशनल हाईवे पर शराब अब नहीं मिलेगी। विभाग ने ठेकों को इन दोनों सड़कों से 500 मीटर अंदर ठेका खोलने का हुक्म दिया है।