Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 09:00 AM
सरकार ने जहां पहले ही नोटीफिकेशन जारी कर रखा है कि आम पब्लिक जरूरत पडऩे पर किसी भी पैट्रोल पम्प पर बने शौचालय का प्रयोग कर सकती है, वहीं अब होटलों व रैस्टोरैंटों को भी इस दायरे में लाया जा रहा है।
जालंधर (खुराना): सरकार ने जहां पहले ही नोटीफिकेशन जारी कर रखा है कि आम पब्लिक जरूरत पडऩे पर किसी भी पैट्रोल पम्प पर बने शौचालय का प्रयोग कर सकती है, वहीं अब होटलों व रैस्टोरैंटों को भी इस दायरे में लाया जा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत केन्द्र सरकार प्रयासरत है कि शहरों में स्थित होटलों, रैस्टोरैंटों, बैंकों तथा पोस्ट आफिस इत्यादि के शौचालय सार्वजनिक शौचालय घोषित कर दिए जाएं। केन्द्र सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में इन दिनों पूरे देश में स्वच्छता पखवाड़ा मनाने के निर्देश दे रखे हैं, जिसके तहत नगर निगम इन दिनों विभिन्न आयोजन कर रहा है।
नगर निगम ने अपने सैनीटरी इंस्पैक्टरों के माध्यम से शहर में एक सर्वे शुरू किया है जिससे शहर में बने होटलों व रैस्टोरैंटों का ब्यौरा इक_ा कर सरकार को भेजा जाएगा, ताकि इनके शौचालयों को सार्वजनिक शौचालय घोषित करने हेतु नोटीफिकेशन जारी किया जा सके। निगम टीमों ने आज इस सर्वे के तहत कई होटलों व रैस्टोरैंटों का दौरा किया, जहां सरकार के इस आदेश प्रति भारी गुस्सा देखने को मिला। आने वाले दिनों में इस आदेश का विरोध बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
कई पैट्रोल पम्पों में शौचालय ही नहीं
हालांकि यह जरूरी है कि हर पैट्रोल पम्प पर सार्वजनिक शौचालय, पीने के पानी तथा अन्य सुविधाओं की व्यवस्था हो, परन्तु निगम की सैनीटेशन शाखा के प्रमुख डा. श्रीकृष्ण ने बताया कि उन्हें यह देख कर हैरानी हुई कि निगम आफिस के पास ही स्थित एक पैट्रोल पम्प में शौचालय ही नहीं बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ अन्य पैट्रोल पम्पों पर शौचालय बने तो थे, परन्तु वहां ताले लगे हुए थे।
डा. श्रीकृष्ण ने बताया कि सरकार के निर्देशों पर अब शहर के हर पैट्रोल पम्प के बाहर नगर निगम द्वारा विशेष बोर्ड लगाए जाएंगे, जिन पर लिखा होगा कि आम पब्लिक इन पैट्रोल पम्पों के शौचालयों का सार्वजनिक तौर पर उपयोग कर सकती है।