Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 01:07 PM
पंजाब में आधार कार्ड सहित पंजाबी भाषा को लागू करवाने और गुरुद्वारा डांगमार साहिब की पुन: बहाली के लिए सिख सद्भावना दल के गण्यमान्यों द्वारा
भटिंडा (सुखविंद्र): पंजाब में आधार कार्ड सहित पंजाबी भाषा को लागू करवाने और गुरुद्वारा डांगमार साहिब की पुन: बहाली के लिए सिख सद्भावना दल के गण्यमान्यों द्वारा डिप्टी कमिश्नर को मांग-पत्र सौंप कर उक्त मांगों को मनवाने की मांग की गई। इस दौरान जिला प्रधान भाई रमनदीप सिंह रमीता व तलवंडी साबो अध्यक्ष भाई जसा सिंह मौजूद थे।
भाई रमनदीप सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मण सिंह गिल द्वारा पंजाब के हर स्कूल में पंजाबी पढ़ाई का विषय अनिवार्य करने का विधान सभा में कानून पास करवाया गया था परन्तु कुछ प्राइवेट स्कूलों द्वारा उक्त कानून को आज तक लागू नहीं किया गया। उन्होंने रोष जताते हुए केंद्र सरकार द्वारा पंजाबी भाषा पर सीधे हमला करते हुए आधार कार्ड में भी पंजाब में हिंदी भाषा का इस्तेमाल करने की बात की थी, जबकि इसी के साथ राज्य में क्षेत्रीय भाषा की लागू करना जरूरी होता है। इसके अलावा डेरा सिरसा मुखी के समर्थन में आने वाले एक नामधारी नेता को पंजाब में प्रवेश होने पर पाबंदी लगाने की मांग की है।
नेताओं ने कहा कि सिक्किम राज्य में पातशाही गुरु नानक देव जी की चरणछोह प्राप्त गुरद्वारा डांगमार साहिब की जमीन पर कब्जा कर गुरुद्वारा साहिब का मंदिर में तबदील किया जाना सिख पंथ पर सीधा हमला है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर के जरिए गृह मंत्री को भी निवेदन किया कि निजी तौर पर शिरकत कर गुरुद्वारा साहिब को दोबारा बहाल किया जाए।