Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 10:14 AM
नगर निगम सदन की आखिरी बैठक एवं फेयरवैल पार्टी में बिना विरोध के मैत्रीपूर्ण वातावरण में पार्षदों ने सर्वसम्मति से 21 प्रस्तावों में से 20 को हरी झंडी दे दी। मेयर बख्शीराम अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कमिश्नर अमित कुमार थोड़े समय के लिए ही...
अमृतसर(रमन ): नगर निगम सदन की आखिरी बैठक एवं फेयरवैल पार्टी में बिना विरोध के मैत्रीपूर्ण वातावरण में पार्षदों ने सर्वसम्मति से 21 प्रस्तावों में से 20 को हरी झंडी दे दी। मेयर बख्शीराम अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कमिश्नर अमित कुमार थोड़े समय के लिए ही आए। उनकी जगह पर ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा मौजूद रहे।
बैठक में अकाली-भाजपा पार्षदों ने 5 वर्षों की अपनी कारगुजारी का जहां बखान किया, वहीं 6 माह पुरानी कांग्रेस सरकार की विफलताओं का भी ब्यौरा सुनाने से परहेज नहीं किया। कांग्रेस सरकार आने के बाद पार्षदों ने अपनी वार्डों में प्रभावित हुए विकास कार्यों का जहां रोना रोया, वहीं मेयर ने उन्हें विश्वास दिलाया कि अगला सदन अब इसे आगे बढ़ाएगा।
मेयर अरोड़ा ने बताया कि उन्हें गर्व है कि उनके कार्यकाल में हाऊस के अंदर ऐसे प्रस्ताव पारित हुए, जिनमें शहर में विकास के कार्य हुए एवं शहर की सुंदरता को चार चांद लगे, जिसका आज सारी दुनिया में नाम है। अकाली-भाजपा के कार्यकाल में रिकार्ड तोड़ विकास हुआ है। कांग्रेस की सरकार आए अभी 6 माह ही हुए हैं और वह फेल होती नजर आ रही है। उसने उनके सभी विकास कार्यों पर रोक लगा दी है। इस दौरान बैठक में पार्षदों ने कहा कि कांग्रेस अभी निगम चुनाव नहीं करवा रही है। पार्षदों का कार्यकाल खत्म होने को है, जिससे यह चिंता का विषय है कि लोगों के काम कैसे होंगे, कई जगह पर अदालतों एवं अन्य कामों में लोगों को पार्षदों की जरूरत होती है, वह कौन पूरे करेगा?
सदन की बैठक में पास रेन वाटर हार्वैस्टिंग सिस्टम और अमृत प्रोजैक्ट को मंजूरी दी गई। बिल्डिंग बायलाज में 2010 में पारित हुए प्रस्ताव के मुताबिक 200 गज के घर पर 20 हजार रुपए रिफंडेबल सिक्योरिटी और 200 गज से ऊपर वाले घर में 50 हजार रुपए सिक्योरिटी के साथ इसे लगाए जाने की बात कही गई थी। सिस्टम लगने के साथ ही यह सिक्योरिटी रिफंड हो जाती थी। इसके प्रति लोगों को गंभीर न देख अब 200 वर्ग गज के रिहायशी मकान में हार्वैस्टिंग सिस्टम न लगाने पर 1000 रुपए प्रतिमाह, 200 वर्ग गज से 500 वर्ग गज तक 2000 रुपए प्रतिमाह, 500 वर्ग गज से ऊपर सिस्टम न लगाने वालों को 5000 रुपए प्रतिमाह के जुर्माने का प्रावधान रहेगा। इससे निगम को जहां आय होगी, वहीं रेन वाटर हार्वैसिं्टग सिस्टम से बरसाती पानी की भी बचत होगी। कैंडल पौंड विभाग द्वारा पकड़े गए जानवरों की जुर्माना राशि बढ़ाने का भी प्रस्ताव रखा गया है।
इसके अलावा वाल्ड सिटी की 14 वार्डों के 99 ट्यूबवैलों को आऊट सोॄसग से चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। निगम कर्मचारियों की कमी को मुख्य रखते हुए काम चुके डी.सी. रेट कर्मचारियों को भी दोबारा रखने के प्रस्ताव को भी पार्षदों ने मंजूरी दी। इसके अलावा सैंट्रल कमॢशयल इंड्रस्टी आफ इंडिया द्वारा घरों, दुकानों व होटलों का सर्वे कर वहां 4&2.5 इंच की टीन की प्लेट लगाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई।
मेयर को लक्की की कमी खली
निगम हाऊस में छुट्टी लेकर गए विपक्षी नेता राजकंवलप्रीत पाल सिंह लक्की की मेयर बख्शी राम अरोड़ा को काफी कमी खली। सारे हाऊस में किसी ने कोई विरोध नहीं किया, जिस पर मेयर बोले कि आज लक्की यहां पर नहीं है, इसलिए कोई शोर भी नहीं है। लक्की ने विपक्ष में बैठकर 5 साल तक मेयर बख्शीराम अरोड़ा को विभिन्न मुद्दों पर घेरा, कभी कटोरा लेकर तो कभी कोई मुद्दा उठा कर। बेशक उनकी आवाज को सत्तापक्ष के पार्षदों की तरफ से दबाने का प्रयास होता रहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
पार्षद ने लगाए उन्हें भरोसे में न लेने के आरोप
ढपई रोड से इस्लामाबाद जाने वाली सड़क का नाम बदलने के प्रस्ताव पर पार्षद सर्बजीत सिंह लाटी ने कहा कि वह इलाके पार्षद हैं, उन्हें भरोसे में लिए बिना ही इलाके का नाम बदला जा रहा है, जिसके बाद मेयर ने इसे पैंडिग में डाल दिया। इस दौरान फायर बिग्रेड विभाग में एक लीडिंग फायरमैन के खाली पड़े पद को तरक्की से भरने, बटाला रोड पर सिक्का गैस गोदाम वाली गली का नाम स्व. रोशन लाल सिक्का मार्ग रखने, सतनाम सिंह बेलदार द्वारा समय से पूर्व रिटायरमैंट लेने, सुखविन्द्र सिंह ट्यूबवैल आप्रेटर को मैडीकल ग्राऊंड पर समय से पहले रिटायरमैंट देने, केवल कृष्ण क्लर्क द्वारा समय से पहल रिटायरमैंट लेने, तरनतारन रोड पर वाटर सप्लाई व सीवरेज की पाइप को बदलने व सीवरेज पाइप की सुपर सक्कर मशीन द्वारा सफाई करवाने, पुरानी चुंगी छेहर्टा का नाम बदल कर सी.आई.पी.टी. रखने, फ्री जल सेवा के लिए घी मंडी गेट बिजली घर के सामने जगह अलाट करने, डा. गीतू सरीन को तरक्की देने, गुरु नानक भवन के ए.सी. ठीक करने व निगम कार्यालय रंजीत एवेन्यू में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने, दि पंजाब म्यूनिसिपल ग्रीन बिल्डिंग इन्सैंटिव पालिसी 2016 का आडिट करने के मुद्दे उठे।