Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 10:38 AM
अमृतसर से भटिंडा नैशनल हाईवे-54 के निर्माण के दौरान अनेकों वित्तीय अनियमितताएं सामने आ रही हैं।
फिरोजपुर(जैन, अकालियांवाला): अमृतसर से भटिंडा नैशनल हाईवे-54 के निर्माण के दौरान अनेकों वित्तीय अनियमितताएं सामने आ रही हैं। पता चला है कि प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण के दौरान कुछ ऐसे लोगों को चैक सौंप दिए जोकि वर्षों पहले ही मर चुके थे और बाद में वे चैक कैश भी हो गए। इस संबंध में कुछ लोगों द्वारा सूचना के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए जानकारियां भी मांगी गई हैं। मामला ध्यान में आते ही डी.सी. ने इसकी जांच के आदेश ए.डी.सी. को दिए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 11 अगस्त 2014 को नैशनल हाईवे अधिनियम-1956 के अधीन करीब 62 किलोमीटर लम्बा हाईवे बनाने हेतु भूमि अधिग्रहण करने के लिए नोटीफिकेशन जारी किया गया था, जिसके तहत जिन किसानों की भूमि को प्रशासन द्वारा अधिग्रहण किया गया था, उन्हें उसकी रकम अदा की गई थी, लेकिन मामला तब प्रकाश में आया जब कुछ अधिकारियों की मिलीभगतसे मृत लोगों को भी भूमि अधिग्रहण के चैक सौंप दिए गए, जिनकी पहचान फुम्मन सिंह, भूर सिंह, घुम्मन सिंह के रूप में हुई है और तीनों निवासी गांव खडूर कस्बा जीरा के रहने वाले थे, जिनमें फुम्मन सिंह व घुम्मन सिंह को 4.63 लाख व भूर सिंह के नाम पर 8.68 लाख की अदायगी हुई। इसके अलावा ऐसे कुछ और मामले प्रकाश में आए हैं जिनमें जमीन के असल मूल्य से कई गुना ज्यादा रकम की अदायगी हुई है।
पहले भी जांच हो चुकी है
वहीं कस्बा जीरा में उस वक्त उपमंडल अधिकारी रहे जरनैल सिंह ने कहा कि इस मामले की पहले भी जांच हो चुकी है, लेकिन घपले की कोई बात सामने नहीं आई थी। अगर कोई आरोपी पाया जाता तो उस पर उसी वक्त हम मामला दर्ज करवा देते।
‘आरोपी पर होगी सख्त कार्रवाई’
इस मामले संबंधी डिप्टी कमिश्नर रामवीर सिंह ने कहा कि इसकी पूरी जांच करवाई जाएगी और जो आरोपी पाया गया, उस पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि उक्त मामले संबंधी ए.डी.सी. विनीत कुमार को जांच का जिम्मा दिया गया है, उसके बाद ही कुछ बताया जा सकेगा।