Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 12:37 PM
देश की आजादी संग्राम में अपना योगदान करके ‘पंजाब केसरी’ के नाम से जाने जाते मोगा जिले के गांव ढुडीके के निवासी लाला लाजपत राय के बलिदान दिवस को सरकारी स्तर पर मनाना कैप्टन सरकार लगता ‘भूल’ ही गई है।
मोगा/ढुडीके(ग्रोवर): देश की आजादी संग्राम में अपना योगदान करके ‘पंजाब केसरी’ के नाम से जाने जाते मोगा जिले के गांव ढुडीके के निवासी लाला लाजपत राय के बलिदान दिवस को सरकारी स्तर पर मनाना कैप्टन सरकार लगता ‘भूल’ ही गई है।
वैसे इस समागम की तैयारियों में पिछले 10 दिनों से लाला लाजपत राय जन्म स्थल यादगारी कमेटी व्यस्त थी तथा कमेटी द्वारा बांटे गए कार्डों पर मुख्यातिथि तहत पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का आना दर्शाया गया था, जबकि विशेष अतिथि जिले से संबंधिथ तीनों कांग्रेसी विधायक डा. हरजोत कमल, दर्शन सिंह बराड़ व सुखजीत सिंह काका लोहगढ़ के अलावा पूर्व विधायक बीबी राजविंद्र कौर भागीके को बुलाया गया था।
हैरानी की बात तो यह है कि वित्त मंत्री व कांग्रेसी विधायकों ने तो समागम में क्या हाजिरी भरनी थीं, बल्कि जिला प्रशासन का कोई भी अधिकारी समागम में नहीं पहुंचता, जिस कारण समागम में एकत्रत
लोगों तथा कमेटी के नेताओं को दिलों में मायूसी उनके चेहरों पर साफ झलक दिख रही थीं। वैसे पूर्व मंत्री डा. मालती थापर तथा हलका विधायक मंजीत सिंह बिलासपुर ने जरूर समागम में शिरकत की।
शहीदों के दिवस पार्टीबाजी से ऊपर उठकर मनाने चाहिए : जसदीप सिंह गैरी
इस दौरान पूर्व मंत्री डा. मालती थापर लाला लाजपत राय द्वारा देश के आजादी संग्राम में डाले योगदान को याद करते उनके जीवनी संबंधी लोगों को अवगत करवाया। उन्होंने लाला जी के बुत पर श्रद्धासुमन अॢपत किए। विधायक बिलासपुर ने कहा कि हमें शहीदों के दिवस पार्टीबाजी से ऊपर उठकर मनाने चाहिए। सरपंच जसदीप सिंह गैरी ने पहुंची शख्सियतों का धन्यवाद किया।
सरकार व जिला प्रशासन के तालमेल पर लगे प्रश्न चिन्ह
गौरतलब है कि आज लाला लाजपत राय के 89वें बलिदान दिवस को मनाने उनके जद्दी गांव में वाॢषक समागम रखा गया था। आजादी के बाद जब भी पंजाब केसरी लाला लाजपत राय की याद में वाॢषक बलिदान दिवस होता है तो पंजाब सरकार के नुमाइंदों के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा भी हाजिरी भरी जाती है, लेकिन इस बार पूरा समागम ‘फ्लाप’ रहने उपरांत अब सवाल यह भी खड़ा हो गया है कि आखिरकार कमेटी के पंजाब सरकार के नुमाइंदों तथा जिला प्रशासन से तालमेल की कमी कारण ही समागम में कोई अधिकारी या मंत्री नहीं पहुंचा या फिर कमेटी ने निमंत्रण पत्र ही देरी से भेजा है।
विधायक ने नहीं उठाया फोन, पी.ए. ने कहा व्यस्त हैं
इस मामले संबंधी जब हलका बाघापुराना के विधायक दर्शन सिंह बराड़ से संपर्क करने का प्रयास किया तो उनके पी.ए. ने फोन उठाया तथा कहा कि विधायक व्यस्त हैं, जबकि धर्मकोट के विधायक व्यस्त है, जबकि धर्मकोट के विधायक सुखजीत सिंह काका लोहगढ़ ने फोन उठाकर अपने आपको बेहद काम में व्यस्त हुआ बताते काट दिया। इस दौरान ही हलका मोगा के विधायक डा. हरजोत कमल सिंह ने कहा कि वह नैशनल सैमीनार में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली गए थे, जिस कारण समागम में शिरकत नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि वह इस संबंधी कमेटी को अवगत भी करवा दिया है।