Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 12:15 PM
स्थानीय लेबर विभाग का हाल इन दिनों कबाड़ की दुकान से बदतर बना हुआ है। विभाग को एक रिकार्ड रूम की दरकार है। आलम यह है कि रिकार्ड रूम न होने के कारण सारा रिकार्ड बोरों में भर कर सारे दफ्तर के अंदर, अलमारियों के ऊपर और जहां जगह मिली वहां रखा गया है।...
जालंधर(बुलंद): स्थानीय लेबर विभाग का हाल इन दिनों कबाड़ की दुकान से बदतर बना हुआ है। विभाग को एक रिकार्ड रूम की दरकार है। आलम यह है कि रिकार्ड रूम न होने के कारण सारा रिकार्ड बोरों में भर कर सारे दफ्तर के अंदर, अलमारियों के ऊपर और जहां जगह मिली वहां रखा गया है। लेबर विभाग के कर्मचारियों की हालत ऐसी है कि वे न तो अपनी इस परेशानी की किसी को शिकायत कर सकते हैं और न ही इस परेशानी का कोई हल निकल पा रहा है।
मामले के बारे में विभागीय सूत्रों ने बताया कि पहले सारा रिकार्ड बोरियों में भर कर बाहर बरामदे में रखा हुआ था। एक दिन डी.सी. ने जब तीसरी मंजिल का दौरा किया तो रिकार्ड बरामदे में पड़ा देख गुस्सा हो गए और विभागीय कर्मचारियों को सारा रिकार्ड दफ्तर के अंदर रखने को कहा। इसके बाद कर्मचारियों ने सारा रिकार्ड दफ्तर में एडजस्ट किया, पर टूटी अलमारियां और फर्नीचर का कबाड़ बरामदे में ही पड़ा हुआ है।
इस समय आलम यह है कि लेबर आफिस के कमरों में दफ्तरी रिकार्ड लगातार धूल-मिट्टी से भरता जा रहा है और यह धूल-मिट्टी सांस लेते समय लेबर विभाग के कर्मचारियों के फेफड़ों को खराब कर रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो कई दिनों से विभागीय कर्मचारियों में सांस लेने और जुकाम की समस्या बढ़ी है, जिसका कारण गंदे वातावरण में रहना है। विभाग के कर्मचारियों की मांग है कि लेबर विभाग को जल्द से जल्द अलग रिकार्ड रूम मिले, ताकि सारा रिकार्ड और कबाड़ एक जगह संभाला जा सके।