Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 04:01 PM
भारतीय किसान यूनियन पंजाब लक्खोवाल और राजोवाल ग्रुप की तरफ से संयुक्त रूप में किसानों की
चंडीगढ़(मनमोहन/भुल्लर): भारतीय किसान यूनियन पंजाब लक्खोवाल और राजोवाल ग्रुप की तरफ से संयुक्त रूप में किसानों की आत्महत्या तथा गन्ने का बकाया भुगतान न करने को लेकर 29 अगस्त को संघर्ष की चेतावनी दी गई है।
चंडीगढ़ के किसान भवन में पत्रकार वार्ता की जिसमें लक्खोवाल जत्थेबंदी की तरफ से स्टेट जनरल सैकेट्री हरिंदर सिंह लक्खोवाल तथा राजोवाल जत्थेबंदी की तरफ से सैक्रेटरी जनरल ओंकार सिंह अगोल ने सरकार को किसानों का कर्जा माफ करने, गन्ने की फसल का बकाया भुगतान करने तथा स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने की चेतावनी देते हुए बात ना मानने की सूरत में गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहने को कहा है।
किसान लीडर्स ने कहा कि अगर 28 अगस्त तक बकाया ना जारी किया गया तो 29 अगस्त को खरड़ में रोष धरना शुरू कर नैशनल हाईवे जाम किया जाएगा और नवम्बर के महीने में देश स्तर पर रोष धरना दिया जाएगा ।भारतीय किसान यूनियन पंजाब ने कांग्रेस और मोदी सरकार को चेतावनी दी है कि वह किसान खुदकुशी के मसले पर गंभीर हो नहीं तो गंभीर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहे । चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए यूनियन के जनरल सैक्रेटरी हरिंदर सिंह लक्खोवाल और ओंकार सिंह अगोल ने कहा कि सरकार किसानों की खुदकुशिया रोकने के लिए ठोस योजनाबंदी तैयार करें तांकि पंजाब के किसानोंको इस संताप से निकाला जा सके ।
किसान आगू ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने कारपोरेट घरानेका 2.5 लाख करोड़ रुपए कर्ज एन.पी.ए. (गैर निष्पादित संपत्ति) कहकर खत्म कर दिया और किसानों का 80 हजार करोड़ का कर्ज माफ करने से इंकार कर दिया । जिससे किसान निराश है और खुदकुशी कर रहा है । इसी तरह सरकार ने अपने मुलाजिमोंको 7वें पे आयोग तहत 4 लाख 80 हाजर करोड़ का तोहफा दिया।उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने भी गन्ने का 100 करोड़ का बकाया नहीं दिया और अब गुरदासपुर के लोक सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उस जिले का करीब 25 करोड़ जारी कर दिया ।