Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 09:08 AM
पंजाब विधान सभा में विपक्ष नेता सुखपाल खैहरा द्वारा लुधियाना में पास्टर की हत्या में आर.एस.एस.,भाजपा व विश्व हिन्दू परिषद का हाथ होने के बयान पर बवाल खड़ा हो गया है।
जालंधर (स.ह.) : पंजाब विधान सभा में विपक्ष नेता सुखपाल खैहरा द्वारा लुधियाना में पास्टर की हत्या में आर.एस.एस.,भाजपा व विश्व हिन्दू परिषद का हाथ होने के बयान पर बवाल खड़ा हो गया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि अगर सुखपाल खैहरा के पास कोई सबूत है तो पेश करें। पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मृति मंच के महामंत्री तथा भाजयुमो के पूर्व महामंत्री अशोक सरीन ने सुखपाल खैहरा को लीगल नोटिस भेजा है। लीगत नोटिस में कहा गया है कि या तो 7 दिन के भीतर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें नहीं तो उनके खिलाफ अदालत में मानहानि के दावे के साथ-साथ दो समुदाओं में दरार डालकर राज्य की शांति भंग करने की कोशिश के आरोप में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को लुधियाना में पत्रकार वार्ता के दौरान सुखपाल खैहरा ने बयान दिया कि पास्टर सुल्तान मसीह की हत्या में संघ, भाजपा व विहिप का हाथ है और यह साबित हो चुका है। खैहरा के बयान से आहत पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्मृति मंच के महामंत्री तथा भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व महामंत्री अशोक सरीन ने अपने वकील राजेश खन्ना के माध्यम से सुखपाल खैहरा को लीगल नोटिस भेजा है। लीगल नोटिस भेजने के पश्चात पत्रकार वार्ता के दौरान अशोक सरीन ने कहा कि हर चुनाव में पार्टी बदलने वाले सुखपाल खैहरा का राजनीतिक चरित्र किसे नहीं पता। वह राजनीति में समाज सेवा के लिए नहीं बल्कि निजी स्वार्थों के लिए एक्टिव है। अब राजनीतिक माइलेज लेने के लिए उन्होंने राज्य के भाईचारे को तोडऩे की कोशिश की है। अशोक सरीन ने कहा कि शायद खैहरा भूल चुके हैं, जिस भाजपा या आर.एस.एस. पर पास्टर की हत्या की साजिश के आरोप लगा रहे हैं, दरअसल में वही संघ और भाजपा अपने पंडित दीन दयाल उपाध्याय और श्री जगदीश गगनेजा जैसे कई नेताओं शहादतें दे चुके हैं। सरीन ने कहा कि पिछले काफी समय से राज्य की शांति भंग कर साम्प्रदायिक विवाद खड़ा करने की कोशिश हो रही है, लेकिन अब जब राज्य के सभी समुदाय एकजुट होकर समाज विरोधी ताकतों के बहकावे में नहीं आ रहे तो अब सुखपाल खैहरा ने ऐसी स्थिति में लोगों को भड़काने की कोशिश की है।
अशोक सरीन ने पंजाब सरकार से मांग की है कि लोगों को भड़काने की कोशिश करने तथा पिछले समय में हुई वारदातों के साजिशकत्र्ताओं को बेनकाब करे। यहां गौर करने लायक है कि ‘आप’ के संयोजक अरविन्द केजरीवाल विधानसभा चुनावों के दौरान खुद आतंकवादियों के घरों में रहते रहे हैं। अशोक सरीन ने लीगल नोटिस भेज कर कहा है कि सुखपाल खैहरा या तो 7 दिन में सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें अन्यथा वह अदालत में उनके खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे और लोगों को भड़काने की कोशिश संबंधी आपराधिक केस दर्ज करवाएंगे।