Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Mar, 2018 08:39 AM
मलिकपुर माइन में अवैध खनन मामले में पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की श्री दरबार साहिब जाकर शपथ उठाने की मांग की चुनौती को स्वीकार तो कर लिया
चंडीगढ़ (शर्मा): मलिकपुर माइन में अवैध खनन मामले में पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की श्री दरबार साहिब जाकर शपथ उठाने की मांग की चुनौती को स्वीकार तो कर लिया लेकिन साथ ही एक शर्त भी लगा दी। खैहरा ने कहा कि वह चन्नी के पारिवारिक सदस्यों पर लगाए गए अवैध माइनिंग में संलिप्तता के आरोपों पर आज भी खड़े हैं और चन्नी की चुनौती को स्वीकार करते हैं लेकिन उससे पहले उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह को भी अपने साथ श्री दरबार साहिब चलने के लिए राजी करना होगा ताकि वह वहां पर स्पष्ट कर सकें कि उन्होंने राज्य में सत्ता प्राप्ति के बाद 4 महीनों में ड्रग्स समाप्ति की ‘गुटका साहिब’ की झूठी शपथ क्यों उठाई थी। खैहरा ने कहा कि उन्हें आशंका है कि चन्नी के नेता कै. अमरेंद्र वाहेगुरु के दरबार में झूठी शपथ के लिए हाजिरी भर पाएंगे और इसका भी क्या भरोसा कि चन्नी भी कैप्टन की तरह ही झूठी शपथ की नौटंकी न करें।
चन्नी पर अवैध माइनिंग के मामले में जनता का ध्यान हटाने का आरोप लगाते हुए खैहरा ने कहा कि यदि वह इतने ही सच्चे हैं तो फिर जांच से क्यों डर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा ट्वीट की गई सभी 6 खदानों की विजीलैंस ब्यूरो से जांच करवानी चाहिए, क्योंकि मंडाला माइन में भी पूर्व मंत्री राणा गुरजीत सिंह व कैप्टन जगबीर रंधावा ने बेनामी निवेश कर रखा है। खैहरा ने चन्नी को चुनौती दी कि वह अपने आरोपों पर खड़े हैं। इसलिए मामले से लोगों का ध्यान हटाने की बजाय कानूनी रास्ता अपना लें।