Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jan, 2018 09:59 AM
अब कुछ दिन बाद से सभी अकाली नेता केसरी या नीली रंग की पगड़ी में नजर आएंगे। यह फैसला लिया है अकाली दल बादल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने।
नई दिल्ली (इंट.) : अब कुछ दिन बाद से सभी अकाली नेता केसरी या नीली रंग की पगड़ी में नजर आएंगे। यह फैसला लिया है अकाली दल बादल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने। सुखबीर ने कहा कि है कि सभी अकाली नेता या वे लोग जो स्वयं को अकाली मानते हैं, केसरी या नीली पगड़ी बांधेंगे। दरअसल यह फैसला सुखबीर सिंह बादल ने चंडीगढ़ में हाल ही में हुई कोर कमेटी की बैठक में लिया है।
उनका कहना है कि अकाली गुरु को मानने एवं उनकी राह पर चलने वाले होते हैं लेकिन पिछले कुछ समय में देखा गया है कि कुछ लोग दाढ़ी कटवा रहे हैं, मनचाहे फैशन कर रहे हैं और अपने आपको अकाली कह रहे हैं जबकि यह गलत है। इसे देखते हुए उन्होंने एक आदेश दिया है कि सभी अकाली सफेद कुर्ते-पायजामे और केसरी या नीली दस्तार में ही नजर आएंगे। इसके साथ ही कोई भी अकाली सिख दाढ़ी या केश नहीं कटवाएगा। यदि वह ऐसा करता है तो उसे स्वयं को अकाली कहने का कोई हक नहीं है। कायदे में यदि देखा जाए तो नीली पगड़ी अकालियों की पहचान है और यह बात न सिर्फ अकाली दल बादल पर लागू होती है बल्कि अकाली दल दिल्ली और अन्य सभी दल जो अकालियों से संबंधित हैं, उन सभी पर लागू होती है।
सुरक्षा की पहचान है नीली दस्तार
गुरुद्वारा कमेटी के लीगल सैल के चेयरमैन जसविन्द्र सिंह जौली ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि जब अकाली दल की स्थापना हुई थी तब सभी नीली दस्तार बांधते थे क्योंकि नीली पगड़ी सुरक्षा की पहचान थी। नीली पगड़ी में खड़े सिख को देखकर लोगों को यह पता चल जाता था कि यह अकाली सिख है और इसके होते हुए डरने की कोई जरूरत नहीं है। अकाली सिख ही मदद करने के लिए आगे आते थे।
कई बार बना था सोशल मीडिया पर मजाक
बदलते समय के साथ-साथ पंजाब में खुद को अकाली कहने वाले सिखों ने केश और दाढ़ी कटवाने शुरू कर दिए थे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी मजाक उड़ा था जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल ने यह फैसला लिया है। हालांकि स्थापना के वक्त भी अकाली नीली पगड़ी पहनते थे लेकिन धीरे-धीरे यह रिवायत बदलने लगी और अकालियों ने अलग-अलग रंगों की पगड़ी पहननी शुरू कर दी। कोर कमेटी की बैठक में सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि अकाली दल में भर्ती होने वाले सदस्य या वर्कर को इसी आधार पर भर्ती किया जाएगा कि वह इन नियमों का पालन करता है या नहीं।