Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 02:07 PM
अपनी जवानी के दिमों में देश के लिए मैडल जीतने वाले बॉक्सर कौर सिंह की हालत आज ऐसी हो गई है कि उन्हें अपने इलाज के लिए अपनी जमीन गिरवी रखनी पड़ रही है। बॉक्सर कौर सिंह की तरफ सरकार की इस नाराजगी से परिजनो में काफी रोष है।
संगरूरः अपनी जवानी के दिनों में देश के लिए मैडल जीतने वाले बॉक्सर कौर सिंह की हालत आज ऐसी हो गई है कि उन्हें अपने इलाज के लिए अपनी जमीन गिरवी रखनी पड़ रही है। बॉक्सर कौर सिंह की तरफ सरकार की इस नाराजगी से परिजनो में काफी रोष है।
कौर सिंह फौज में भी कर चुके हैं नौकरी
वहीं दूसरी ओर बॉक्सर कौर सिंह फौज में भी नौकरी कर चुके हैं। 1982 में भारत ने उन्हें पद्मश्री एवं अर्जुन पुरस्कार से नवाजा था। उल्लेखनीय है कि कभी रिंग में महान बॉक्सर मोहम्मद अली के सामने उतरने की हिम्मत करने वाले भारतीय बॉक्सर कौर सिंह आज अपने इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। 69 वर्षीय कौर सिंह अकेले भारतीय बॉक्सर हैं जिन्होंने साल 1980 में नई दिल्ली में मोहम्मद अली के सामने उतरने की हिम्मत की थी। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। किंतु आज उनकी हालत ऐसी हो गई है कि उनके पास अपना इलाज करवाने के लिए पैसे नहीं हैं और उन्हें अपनी जमीन गिरवी रखकर अपना इलाज करवाना पड़ रहा है।
उनके पास सवा एकड़ जमीन है जो गिरवी रखी जा चुकी है। कौर सिंह टांगों की हड्डियां कमजोर होने की बीमारी से जूझ रहे हैं। उनकी पत्नी का कहना है कि उनकी कामयाबियों की गवाही घर में रखे पदक दे रहे हैं, लेकिन सरकार को इनकी कोई भी कद्र नहीं है।