Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 04:09 AM
पंजाब सरकार द्वारा पिछले दिनों जिला जालंधर के गांव कनियांकलां में नई गौशाला.....
जालंधर(खुराना): पंजाब सरकार द्वारा पिछले दिनों जिला जालंधर के गांव कनियांकलां में नई गौशाला का निर्माण किया गया था, जहां पेश आ रही समस्याओं के दृष्टिगत पंजाब गौसेवा आयोग के चेयरमैन कीमती भगत ने वीरवार को जिला प्रशासकीय काम्पलैक्स में संबंधित विभागों के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई जिस दौरान डिप्टी कमिश्रर वरिन्द्र शर्मा, नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्रर जसबीर सिंह, पशुपालन विभाग के ज्वाइंट डायरैक्टर इकबाल सिंह, एस.डी.एम. शाहकोट मैडम बल्ल, डी.डी.पी.ओ. तथा पुलिस कमिश्रर के प्रतिनिधि के रूप में डी.सी.पी. मनदीप सिंह इत्यादि उपस्थित हुए।
बैठक के दौरान रुद्रसेना के मोहित शर्मा, दयाल वर्मा, दिनेश कुमार व गौ प्रेमी किरण व रजनी, पार्षद दर्शन भगत तथा भाजपा नेता सुभाष भगत इत्यादि के अलावा कई गौशालाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। बैठक के दौरान चेयरमैन कीमती भगत ने कहा कि कनियांकलां गऊशाला हेतु पंजाब सरकार ने 90 लाख रुपए भेजे थे और उसके बाद आयोग के प्रयासों से रख-रखाव हेतु 50 लाख व नया शैड बनाने हेतु 16.50 लाख रुपए जारी किए गए थे। शैड बनाने हेतु पैसों का इस्तेमाल अभी तक नहीं किया गया है जबकि इस समय जालंधर में 4-5 हजार आवारा गौधन सड़कों पर घूम रहा है जो दुर्घटनाओं का कारण बन रहा है।
कीमती भगत ने बताया कि जालंधर में इन आवारा पशुओं के कारण पिछले डेढ़-दो सालों में 30 के करीब मौतें हो चुकी हैं परंतु प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं है। उन्होंने बताया कि निगम एक्ट के मुताबिक आवारा घूम रहे सभी पशुओं की संभाल की जिम्मेदारी नगर निगम की है, जो इस मामले में पूरी तरह फेल साबित हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अगले 3 महीनों के भीतर सड़कों पर घूम रहे गौधन को पकड़ कर गौशाला भेजें।
गौशाला निर्माण में हर आइटम में हुआ घोटाला
गौ सेवा आयोग के चेयरमैन कीमती भगत ने कहा कि कनियांकलां गौशाला बनाते समय हर आइटम में घोटाला किया गया, जो शैड 10 लाख में बन सकता था उसे 34 लाख में बनवाया गया। बिजली का काम 12 लाख में हुआ जो 3 लाख में हो सकता था। इसी तरह चारदीवारी का काम 26 लाख में करवाया गया जो 10 लाख में हो सकता है। उन्होंने डी.सी. से कहा कि इस सारे मामले की जांच करवाई जाए और गौशाला प्रबंधक के पास जो करीब 55 लाख रुपए पड़े हुए हैं उनसे चार शैड बनवाए जाएं। भगत ने कहा कि डिप्टी कमिश्रर वरिन्द्र शर्मा ने मानसा में डी.सी. रहते हुए वहां जिस गौशाला का निर्माण अपनी देख-रेख में करवाया था, वह गौशाला उत्तर भारत की सर्वोत्तम सरकारी गौशाला मानी जाती है इसलिए कनियांकलां में भी ऐसा ही किया जाए।