Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 09:49 PM
पंजाब में वर्ष 2016 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामले में गठित जांच आयोग की टीम ने जस्ट्सि (रिटायर्ड) रणजीत सिंह के नेतृत्व में परसोते गांव का दौरा....
होशियारपुर(अमरेन्द्र): पंजाब में वर्ष 2016 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामले में गठित जांच आयोग की टीम ने जस्टिस (रिटायर्ड) रणजीत सिंह के नेतृत्व में परसोते गांव का दौरा किया। माहिलपुर के गांव परसोते के गुरुद्वारे में 18 मार्च 2016 को गुटका साहिब की बेअदबी की घटना हुई थी। जस्ट्सि रंजीत सिंह के साथ रिटायर्ड जज जसपाल सिंह मैहमी, बाबू लाल, रवि कुमार, डायरैक्टर अंग्रेज सिंह शामिल थे। वहीं होशियारपुर के एस.एस.पी. जे. इलनचेलियन, एस.डी.एम.गढ़शंकर हरदीप सिंह धालीवाल, एस.पी.हरप्रीत सिंह मंडेर, डी.एस.पी.गढ़शंकर राजकुमार भी साथ थे।
लोगों के बयान को किया कलमवद्घ
गौरतलब है कि साल 2016 में पंजाब के विभिन्न जिलों में कुल 122 स्थानों पर धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की घटना हुई थी। राज्य में कैप्टन सरकार ने रिटायर्ड जस्ट्सि रणजीत सिंह के नेतृत्व में इस मामले की जांच के लिए जांच आयोग का गठन किया था। जस्टिस (रिटायर्ड) रणजीत सिंह की टीम ने परसोते गांव में हुई बेअदबी की घटना की जांच करते हुए सभी संबंधित पक्षों के बयान कलमबद्ध किए और जांच के लिए संबंधित पक्षों को 19 जनवरी को आयोग के चंडीगढ़ स्थित दफ्तर में बुलाया।
सरकार को भेजेंगे रिपोर्ट
पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान जांच आयोग टीम ने बताया कि पंजाब में साल 2016 में घटित 122 मामले में से 60 मामले का ट्रैस कर लिया गया है। रिटायर्ड जज जसपाल सिंह मैहमी ने बताया कि मामले की जांच के लिए मौके पर जाकर संबंधित लोगों से जानकारी प्राप्त करके इसकी रिपोर्ट मौके पर ही पंजाब सरकार को भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि पंजाब के माहौल को खराब करने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को जल्द ही काबू कर लिया जाएगा। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जिला पुलिस प्रमुख जे. इलनचेलियन, एस.पी.डी हरप्रीत सिंह मंडेर, डी.एस.पी गढ़शंकर राज कुमार, एस.डी.एम. हरदीप सिंह धालीवाल, थाना प्रमुख बलजीत सिंह माहिलपुर तथा गांव निवासी उपस्थित थे।