Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Oct, 2017 09:26 AM
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह द्वारा तनखाहिया करार दिए गए गुरुद्वारा छोटा घल्लूघारा काहनूंवान के प्रधान मास्टर जौहर सिंह जो अकाल तख्त साहिब पर पेश होने की बजाय सरबत खालसा पक्ष के जत्थेदारों के आगे पेश हो कर सजा लगवा चुके हैं,...
अमृतसर(पुरी): श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह द्वारा तनखाहिया करार दिए गए गुरुद्वारा छोटा घल्लूघारा काहनूंवान के प्रधान मास्टर जौहर सिंह जो अकाल तख्त साहिब पर पेश होने की बजाय सरबत खालसा पक्ष के जत्थेदारों के आगे पेश हो कर सजा लगवा चुके हैं, को आज दूसरे दिन भी श्री हरिमंदिर साहिब में धार्मिक सजा भुगतने नहीं दी गई।
जैसे ही वह हरिमंदिर साहिब के बाहर पहुंचे तो उन्हें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की टास्क फोर्स उनके समक्ष आ खड़ी हुई और उन्होंने शिरोमणि कमेटी के आदेश से अवगत करवाते कहा कि जितनी देर तक वह बतौर तनखाहिया अकाल तख्त से अपनी धार्मिक सजा नहीं लगवाते उतनी देर तक वह हरिमंदिर साहिब काम्पलैक्स के अंदर सेवा नहीं कर सकते। इस उपरांत मास्टर जौहर सिंह ने करीब 1.30 बजे प्लाजा की परिक्रमा में ही धार्मिक सजा भुगतनी शुरू कर दी। उन्होंने करीब 1 घंटा कीर्तन सुना और घर से लाए झाड़ू से सेवा की।