Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 10:21 AM
राजपुरा से 12 किलोमीटर दूर गांव शंभू कलां में प्रशासन की ओर से पंचायती जमीन पर कथित तौर पर अवैध कब्जा हटाने को लेकर पक्षपात करने का आरोप लगाया गया है।
राजपुरा(स.ह.,हरविन्द्र) : राजपुरा से 12 किलोमीटर दूर गांव शंभू कलां में प्रशासन की ओर से पंचायती जमीन पर कथित तौर पर अवैध कब्जा हटाने को लेकर पक्षपात करने का आरोप लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार गांव की पंचायती जमीन पर 8-9 परिवार करीब 40-45 साल से मकान बनाकर रह रहे हैं। इसको लेकर जिला विकास पंचायत अफसर के आदेश पर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट-कम-तहसीलदार हरसिमरनजीत सिंह की अगुवाई में जे.सी.बी. की मदद से अवैध कब्जे गिराने का काम किया गया।
इस दौरान किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए शंभू थाना के एस.एच.ओ. कुलविंद्र सिंह पुलिस पार्टी के साथ मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से की जा रही कार्रवाई का पीड़ित परिवारों की तरफ से विरोध किया गया लेकिन इसके बाद भी प्रशासन ने जे.सी.बी. की मदद से मकानों को गिरा दिया।
इतना ही नहीं पीड़ित परिवारों में पूर्व सरपंच अवतार सिंह, हरपाल सिंह, बंत सिंह, सेवक सिंह, भजन सिंह, प्रीत सिंह, पूर्ण सिंह का आरोप है कि वे पिछले कई सालों से अपने-अपने मकान बनाकर रह रहे हैं लेकिन एक कांग्रेसी नेता ने निजी रंजिश के चलते प्रशासन की मदद से उनके मकानों को धक्के से गिरवा दिया है जबकि वे उक्त जगह की कीमत भी दे चुके हैं। उनका आरोप है कि कांग्रेसी समर्थकों ने भी अवैध कब्जे किए हुए हैं लेकिन प्रशासन उसको लेकर मौन है।