Edited By Updated: 24 Apr, 2017 08:59 AM
तख्त श्री दमदमा साहिब जत्थेदार गुरमुख सिंह को जत्थेबंदी से हटाना शिरोमणि अकाली दल बादल के पंथ विरोधी रवैये में एक और बलि दर्ज हो गई है।
जीरा, (अकालियां वाला): तख्त श्री दमदमा साहिब जत्थेदार गुरमुख सिंह को जत्थेबंदी से हटाना शिरोमणि अकाली दल बादल के पंथ विरोधी रवैये में एक और बलि दर्ज हो गई है। इससे पहले बादल दल के खिलाफ बोलने तथा पंथक हितों को पहलकदमी देने वाले कई पंथक नेता बादल परिवार की शह पर पंथक पदों की अहम जिम्मेदारी से हटाए जा रहे हैं। समय मांग करता है कि आज पंथक पक्ष एकजुट हो तथा बादल परिवार के ‘कुलावे’ से शिरोमणि कमेटी को बाहर किया जाए। यह बात पूर्व मंत्री जत्थेदार इन्द्रजीत सिंह जीरा चेयरमैन किसान सैल पंजाब ने ज्ञानी गुरमुख सिंह को पद से हटाने हेतु लिए गए फैसले की ङ्क्षनदा करते हुए कही।
जत्थेदार जीरा ने कहा कि बादल सरकार के राज में सच बोलने वाले के खिलाफ मामले दर्ज किए जाते हैं तथा अब सिख पंथ के लिए फिक्रमंद शख्सियतें इनके ‘कुलावे’ से बाहर आकर जनता को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि कुछ संत समाज नेता अभी भी बादल दल के घेरे में है जिससे पंथ का नुक्सान हो रहा है। सिख कौम को योग्य अगुवाई देने के लिए संत समाज व पंथक पक्ष एकता दिखाए, ताकि हितों के दुश्मनों व डेरावाद को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि संत रंजीत सिंह ढंडरियां वाला तथा भाई पंथप्रीत सिंह खालसा सिख कौम को एकत्रित करके सिख कौम को कमजोर करने वाली ताकतों के खिलाफ एक संघर्ष किया जाए व सिख कौम को योग्य अगुवाई दी जाए ताकि ज्ञानी गुरमुख सिंह जैसे पंथक नेताओं से बादल परिवार अपना रवैया बदल सके।