Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Dec, 2017 07:57 AM
ब्रिटिश हाई कमीशन द्वारा यू.के. में आयोजित 5 दिवसीय फ्यूचर पुलिस लीडरशिप मीट अटैंड कर लौटीं ए.सी.पी. दीपिका सिंह ने पंजाब केसरी से खास बातचीत में कहा कि पंजाब पुलिस और यू.के. पुलिस के इंफ्रास्ट्रक्चर में जमीन-आसमान का अंतर है।
जालंधर (बुलंद): ब्रिटिश हाई कमीशन द्वारा यू.के. में आयोजित 5 दिवसीय फ्यूचर पुलिस लीडरशिप मीट अटैंड कर लौटीं ए.सी.पी. दीपिका सिंह ने पंजाब केसरी से खास बातचीत में कहा कि पंजाब पुलिस और यू.के. पुलिस के इंफ्रास्ट्रक्चर में जमीन-आसमान का अंतर है। अपने अनुभव सांझे करते हुए ए.सी.पी. ने बताया कि इस वर्कशाप के लिए देश भर से सिर्फ 8 पुलिस अधिकारी ही सलैक्ट हुए थे जिनमें से पंजाब से उनके अलावा 2 और पुलिस अधिकारी यू.के. गए थे।
दीपिका सिंह ने कहा कि इस मीट का मुख्य लक्ष्य था कि भारतीय पुलिस अधिकारियों को बताया जाए कि कैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महिला व बाल क्राइम से डील किया जाता है। इसके तहत उन्हें यू.के. के डैबशेयर, लैस्टर और लंदन मैट्रोपोलिटन पुलिस के साथ लंदन नैशनल पुलिस मीट का हिस्सा बनने का मौका मिला। उन्हें इन 5 दिनों में यू.के. के पुलिस सिस्टम की गहराइयों से वाकिफ कराया गया।
उन्होंने बताया कि यू.के. और पंजाब पुलिस में कई ऐसे अंतर हैं जिन्हें अगर पंजाब या देश की पुलिस पर लागू किया जाए तो हमारा पुलिस सिस्टम बेहतर हो सकता है। यू.के. में पुलिस सर्च पर भारी जोर दिया जाता है। वहां रिसर्च वर्कके जरिए पुलिस सिस्टम बेहद एडवांस है। इसके अलावा यू.के. की एन.जी.ओज स्टेट क्राइम को कंट्रोल करने में अहम भूमिकाएं निभाती हैं। जैसे भारतीय महिलाओं के साथ शादी के नाम पर धोखा करने वाली एन.जी.ओ. से उनकी बैठक हुई जिसमें उन्हें बताया गया कि कैसे यू.के. सरकार इन पीड़ित महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए कार्यरत है।
उन्होंने बताया कि इस मीट में भारत के जुवैनाइल जस्टिस कोर्ट तथा महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलाई जा रही शक्ति एप्लीकेशन की काफी प्रशंसा हुई। इसके साथ ही दोनों देशों के पुलिस अधिकारियों ने अपने विचार व आइडियाका एक- दूसरे से सांझे किए। दीपिका ने कहा कि ऐसी वर्कशाप्स का आयोजन होता रहना चाहिए ताकि देश के पुलिस सिस्टम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जा सके।