Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 08:36 AM
प्रदेश सरकार द्वारा कुछ ही समय में दिए गए 2 बड़े तोहफों से तहसीलों की खोई रौनक एक बार फिर से लौटने लगी है।
जालंधर (अमित) : प्रदेश सरकार द्वारा कुछ ही समय में दिए गए 2 बड़े तोहफों से तहसीलों की खोई रौनक एक बार फिर से लौटने लगी है। पहला तोहफा सरकार ने शहरी इलाकों में 3 प्रतिशत स्टांप ड्यूटी घटाकर दिया था। गत दिवस दूसरा बड़ा तोहफा देते हुए तत्काल प्रभाव से कलैक्टर रेट कम करने की घोषणा की गई। सरकार ने तुरंत प्रभाव से शहरी हलकों में 5 प्रतिशत व देहाती हलके में 10 प्रतिशत कलैक्टर रेट कम करने का आदेश दिया था, जिसपर गुरुवार को डी.सी. वरिंदर कुमार शर्मा ने जिले के सारे राजस्व अधिकारियों के साथ मीटिंग में औपचारिक मुहर लगा दी।
सरकार द्वारा स्टांप ड्यूटी और कलैक्टर रेटों में की गई कटौती की वजह से तहसीलों में होने वाली रजिस्ट्रेशन की गिनती में लगभग 4 गुना तक बढ़ौतरी दर्ज की गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि तहसील में दस्तावेज रजिस्टर करवाने वालों की बाढ़-सी आ गई है। तहसील-1 में जहां औसतन 30 से 35 दस्तावेज रजिस्टर हुआ करते थे, वहां पिछले 2 दिनों की बात करें तो बुधवार को लगभग 125 और गुरुवार को 100 दस्तावेज रजिस्टर हुए। इसी प्रकार से तहसील-2 जहां औसतन 20-25 दस्तावेज रजिस्टर हुआ करते थे वहां बुधवार लगभग 90 को और गुरुवार को 75 दस्तावेज रजिस्टर हुए।
तहसील-2 के कम्प्यूटर में आई खराबी, देरी से शुरू हुआ काम बैनामे छोड़कर अन्य दस्तावेज किए रजिस्टर
तहसील-2 में भी सुबह ही नए कलैक्टर रेट लागू करने की कवायद शुरू हो गई थी, मगर कम्प्यूटर में आई तकनीकी खराबी ने सारा काम बिगाड़कर रख दिया। बाद दोपहर तक किसी तरह से खराबी ठीक की जा सकी और नए कलैक्टर रेट कम्प्यूटर में दर्ज कर रजिस्ट्रेशन का काम शुरू हो पाया। तहसीलदार-2 हरमिंदर सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से स्टाफ को स्पष्ट हिदायतें जारी की गई थी कि जैसे-तैसे नए कलैक्टर रेट कम्प्यूटर में दर्ज किए जाएं ताकि जनता को नए रेटों से रजिस्ट्रेशन करवाने की सुविधा प्राप्त हो सके, मगर तकनीकी खराबी के कारण कुछ देरी से काम शुरू हो सका। उन्होंने कहा कि बैनामे छोड़कर अन्य काम जैसे कि पावर आफ अटार्नी, तबदील मलकीयत, वसीयत आदि का काम सुबह से बदस्तूर जारी रहा।