Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jun, 2017 04:59 PM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ ने पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विरासती स्ट्रीट की विज्ञापनबाज़ी का ठेका सभी नियमों को ताक पर रखकर 42 हजार रुपए प्रति माह की
चंडीगढ़ : अकाली दल द्वारा लगाए गए पक्षपात के अारोपों को नकारते हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि विरासती स्ट्रीट की विज्ञापनबाजी का ठेका सभी नियमों को ताक पर रखकर 42 हजार रुपए प्रति माह की निगुणी राशि पर जयपुर आधारित एजैंसी को अलाट कर दिया जो प्रत्यक्ष रूप पर वित्तीय जुर्म का मामला बनता है जिसका उद्धेश्य कुछ व्यक्तियों की जेबें भरना था।
गत अकाली सरकार द्वारा जल्दबाजी में टैंडर जारी करके विरासती स्ट्रीट के स्थानों को ठेके पर देने के ढंग पर प्रश्र उठाते श्री जाखड़ ने कहा कि कुछ लोगों के स्वार्थी वित्तीय हित प्रफुल्लित करने को ध्यान में रखकर समूची डील घड़ी गई जो बादल सरकार में कुछ उच्चाधिकारियों की भागीदारी बड़े घपले की तरफ संकेत करती है। शिरोमणि अकाली दल की सरकार अधीन सिर चढ़ कर इस समझौते के लिए स्पष्टीकरण देने की मांग करते कांग्रेस के राज्य प्रधान ने कहा, ‘बहु-करोड़ी जायदाद को पांच लाख रूपए वार्षिक के हिसाब से ठेके पर क्यों दिया गया?’
श्री हरमंदिर साहिब के दर्शनों के लिए बड़ी गिनती में आती संगत का जिक़्र करते उन्होंने कहा कि इन स्थानों से सरकारी खज़ाने को करोड़ों रूपए का लाभ पहुंच सकता था पर इन्हें कौडिय़ों के भाव पर ठेकों पर दे दिया गया। श्री जाखड़ ने कहा कि उनके पास मौजूदा जानकारी अनुसार केवल दो एजैंसियां जो इतफाकन जयपुर आधारित थी, ने विशाल स्क्रीनों के लिए टैंडरों के आधार पर एप्लाई किया जिनके हवालों में मामूली अंतर था जो स्पष्ट तौर पर आपसी सांठगांठ को दर्शाती है।