Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 02:15 AM
कांग्रेस के लिए एक हैरानी भरी खबर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह नगर निगम चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार नहीं करेंगे। चंडीगढ़ में हुई पार्टी की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि जालंधर, पटियाला और अमृतसर में होने वाले नगर निगम...
जालंधर(रविंदर शर्मा): कांग्रेस के लिए एक हैरानी भरी खबर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह नगर निगम चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार नहीं करेंगे। चंडीगढ़ में हुई पार्टी की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि जालंधर, पटियाला और अमृतसर में होने वाले नगर निगम चुनावों में कैप्टन अमरेंद्र सिंह कहीं भी प्रचार नहीं करेंगे।
पार्टी के लिए चुनाव प्रचार की कमान इन 3 जिलों में प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ और मुख्यमंत्री के पॉलिटीकल सैक्रेटरी कैप्टन संदीप संधू के हाथ में होगी। पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि नगर निगम चुनावों में पार्टी के स्टार प्रचारक कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू होंगे। नवजोत सिद्धू इन 3 जिलों में 20 से ज्यादा रैलियां करेंगे। इन 3 जिलों के नेताओं की पहली लिस्ट में प्रचारक के तौर पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह और दूसरे नंबर पर नवजोत सिद्धू थे मगर कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने नगर निगम चुनावों में प्रचार न करने का निर्णय लिया है। गौर हो कि गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव में भी कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ज्यादा जोश नहीं दिखाया था और यहां भी स्टार प्रचारक के तौर पर कमान नवजोत सिद्धू के हाथ में ही दी। कैप्टन अमरेंद्र सिंह यहां केवल एक दिन ही रैली करने आए थे।
वहीं बुधवार से कैप्टन अमरेंद्र सिंह पार्टी प्रचार करने के लिए गुजरात रवाना हो रहे हैं। वहां वह 3 दिनों तक कांग्रेस रैलियों को संबोधित करेंगे। वापस आने के बाद वह आराम फरमाएंगे और फील्ड में चुनाव प्रचार की बजाय हैडक्वार्टर बैठ कर पार्टी की चुनावी रणनीति को देखेंगे। पार्टी हाईकमान ने साफ कर दिया है कि नगर निगम चुनावों की कमान पूरी तरह से प्रदेश कांग्रेस प्रधान व सांसद सुनील जाखड़ के हाथ में होगी। उनका साथ मुख्यमंत्री के पॉलिटीकल सैक्रेटरी कैप्टन संदीप संधू देंगे। ये दोनों नेता तीनों जिलों में पार्टी की जीत की रणनीति बनाएंगे जबकि फील्ड में वोटरों को लुभाने का काम पार्टी के स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू होंगे। तीनों जिलों के बड़े नेताओं ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह से एक-एक दिन प्रचार के अंतिम पड़ाव में टाइम मांगा था मगर अभी तक कैप्टन ने इस एक दिन पर भी हामी नहीं भरी है।
कैप्टन के नगर निगम चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार न करने की बात को लेकर पार्टी के भीतर ही खुसर-फुसर शुरू हो गई है। पार्टी के बड़े नेता मानते हैं कि मुख्यमंत्री बनने के बाद कैप्टन अमरेंद्र सिंह प्रदेश कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में काम नहीं कर रहे हैं। अब कैप्टन अमरेंद्र सिंह का चुनाव प्रचार न करने का निर्णय पार्टी को किस दिशा में ले जाता है यह तो आने वाला वक्त ही तय कर पाएगा।