Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 04:01 PM
किसानों-मजदूरों के विभिन्न मसलों को लेकर सी.पी.आई. की केंद्रीय कौंसिल के आह्वान पर भटिंडा में सी.पी.आई. नेताओं व वर्करों ने रोष मार्च करते हुए
भटिंडा(परमिंद्र): किसानों-मजदूरों के विभिन्न मसलों को लेकर सी.पी.आई. की केंद्रीय कौंसिल के आह्वान पर भटिंडा में सी.पी.आई. नेताओं व वर्करों ने रोष मार्च करते हुए खुद को गिरफ्तारियों के लिए पुलिस प्रशासन समक्ष पेश किया लेकिन उनकी गिरफ्तारियां नहीं हो सकीं। बाद में सी.पी.आई. नेताओं ने जिला प्रशासन को एक मांग-पत्र भी सौंपा।
इस अवसर पर केंद्रीय नेता का. जोगिंद्र दयाल, जिला उप सचिव का. बलकरण सिंह बराड़ तथा का. सुरजीत सिंह सोही ने कहा कि आजादी के 70 सालों के बाद भी देश गहरे खेती संकट से गुजर रहा है जिसका सीधा असर किसानों व खेत मजदूरों पर पड़ रहा है। आर्थिक संकट के चलते ही किसान मजदूर लगातार खुदकुशियां कर रहे हैं। सरकार कर्ज माफ करने, जमीनी सुधार लागू करने, डा. स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने, खेत मजदूरों को पैंशन व रोजगार देने व मनरेगा को खेतीबाड़ी के साथ जोडऩे के वायदे तो करती है लेकिन इन्हें लागू करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता।
कपास, आलू व अन्य फसलों के उचित मूल्य नहीं दिए जाते व न ही मंडीकरण के उचित प्रबंध किए जाते हैं। उक्त नेताओं ने मांग की कि किसानों-मजदूरों का कर्ज माफ किया जाए, डा. स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की जाए, हर फसल की सरकारी खरीद की जाए, बेघर मजदूरों को 10-10 मरले के प्लॉट दिए जाएं, मकान के लिए ग्रांट दी जाए, मनरेगा तहत 300 दिन का रोजगार दिया जाए।