Edited By Updated: 25 May, 2017 12:40 PM
सिख कौम और खालसा पंथ ने दुनिया भर में अपनी बहादुरी और तेज से अपना नाम बनाया है
अमृतसरः सिख कौम और खालसा पंथ ने दुनिया भर में अपनी बहादुरी और तेज से अपना नाम बनाया है, लेकिन फिलहाल इसी कौम के लोगों को बाहरी मुल्क के फैसले से निराशा का सामना करना पड़ा। वहीं इटली के राजदूत लोरिंजो एगलोनी का कहना है कि एेसी कोई रोक नहीं लगाई गई। अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह अौंजला ने बुधवार को नई दिल्ली में उनसे मुलाकात की जिसके पीछे मंशा केवल यह थी कि इटली में सिख कौम के साथ किए जा रहे भेदभाव को कम किया जा सके। इस बीच सिखों के हितों की रक्षा के मुद्दे पर भी चर्चा की गई।
बता दें कि इटली सुप्रीम कोर्ट की अदालत ने वहां सिखों के महत्वपूर्ण चिन्ह किरपाण पर रोक लगा दी है। इस रोक के बाद निराश होकर एस.जी.पी. सी. प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर पटियाला के श्री दुखनिवारण गुरुद्वारा साहिब में सिख जत्थेबंदियों से विशेष मीटिंगें की थी। प्रो. बडूंगर के द्वारा मीटिंग में कहा था कि सिख पंथ ने इटली जैसे देश को भी हमेशा आर्थिक और सामाजिक सहयोग दिया है और ऐसे में वहां सिख कौम की भावनाओं को ठेस पहुंचाना ठीक नहीं है।