Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 05:03 PM
अमरीका के लिए एच-1बी वीजा लेना ही नहीं बल्कि अब भारतीयों को अमरीका की सिटीजनशिप व ग्रीन कार्ड लेने में मुश्किले आएंगी।
जालन्धर (धवन): अमरीका के लिए एच-1बी वीजा लेना ही नहीं बल्कि अब भारतीयों को अमरीका की सिटीजनशिप व ग्रीन कार्ड लेने में मुश्किले आएंगी। यू.एस. में कांग्रेस के सदस्यों द्वारा इमीग्रैंट्स को अगर ग्रीन कार्ड या सिटीजनशिप लेने में मुश्किल आती है तो वह उनकी मदद के लिए आते रहे हैं। कुछ मामलों में कांग्रेस के सदस्यों द्वारा इमीग्रैंट्स की बढ़-चढ़ कर मदद की गई है परन्तु अब ट्रम्प प्रशासन द्वारा एच-1बी वीजा को लेकर लगाई जा रही रुकावटों का असर अन्य वीजा प्रक्रिया पर भी पडऩे के आसार हैं।
अब नई रोकों को देखते हुए कांग्रेस सदस्यों के लिए ग्रीन कार्ड प्रक्रिया को तेज करना सरल नहीं होगा। अब नई रुकावटों के कारण पेपर वर्क काफी बढ़ जाएगा। ट्रम्प प्रशासन ने पहले ही ग्रीन कार्ड होल्डरों व सिटीजनशिप लेने वालों के लिए नियमों में किए गए बदलावों को यू.एस. कांग्रेस सदस्यों के लिए भी नोटिफाइड कर दिया है। एच-1बी वीजा के लिए हजारों पेशेवर भारतीयों पर असर पडऩा है।
प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार अब ग्रीन कार्ड व सिटीजनशिप लेने के इच्छुक लोगों को अतिरिक्त फार्म, पंजीकृत प्रमाण पत्र के अलावा कई अन्य डाक्योमैंट्स जमा करवाने होंगे। यू.एस. के सलाहकारी समूह ने इन प्रस्तावों का विरोध किया है। उनका कहा था कि प्रशासन और ज्यादा रुकावटें लगाने में लगा हुआ है। यू.एस. के लिए ग्रीनकार्ड या यू.एस. की सिटीजनशिप लेने के लिए हजारों लोगों के आवेदन लम्बित पड़े हुए हैं।
एच-1बी वीजा को लेकर नियमों में किए गए बदलावों का असर आने वाले समय में भारतीयों को महसूस होगा। अमरीका में काम करने के इच्छुक विदेशी वर्करों को एच-1बी वीजा प्रदान किया जाता है। अब देखना यह है कि दिल्ली तथा वाशिंगट्न के बीच में इस गतिरोध को किस तरह से हल किया जाता है क्योंकि ट्रम्प प्रशासन के नए नियम आने के बाद से हजारों भारतीय विद्याॢथयों का भविष्य में अधर में लटक कर रह गया है।