Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Dec, 2017 04:51 PM
पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ के नेतृत्व में कांग्रेसी सांसदों ने आज दिल्ली में केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करके पाकिस्तान में सिखों के जब्री धर्म परिवर्तन का मामला उठाया है।
जालंधर (धवन): पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ के नेतृत्व में कांग्रेसी सांसदों ने आज दिल्ली में केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करके पाकिस्तान में सिखों के जब्री धर्म परिवर्तन का मामला उठाया है। सुषमा स्वराज को कांग्रेस ने इस संबंध में ज्ञापन भी दिया है जिसमें भारत सरकार से मांग की गई है कि पाकिस्तान में रहते सिख समुदाय के लोगों के हितों की रक्षा के लिए तुरन्त कदम उठाए जाएं। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पाकिस्तान में सिखों को जब्री धर्म परिवर्तन के लिए विवश करने के लिए सुषमा स्वराज को ट्वीट किया था, जिसके बाद सुषमा ने यह मामला पाकिस्तान सरकार के सामने उठाने का भरोसा दिया था।
सुषमा स्वराज से मिलने वाले कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बताया कि चाहे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा यह मामला उठाए जाने के बाद केन्द्रीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान में भारत के हाईकमिश्रर को कार्रवाई के लिए कहा है परन्तु इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को यह मामला पाकिस्तान सरकार के सामने उठाना चाहिए ताकि सिख समुदाय के अंदर पाई जा रही डर की भावना को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान में सरकारी मशीनरी की धर्म परिवर्तन में भूमिका सामने आई है, जिसे देखते हुए भारत सरकार को इस मामले में जरूरी कदम उठाने चाहिएं। जाखड़ ने कहा कि अगर इस मामले में जरूरी कार्रवाई न की गई तथा पाकिस्तान पर दबाव न डाला गया तो पाकिस्तान में रह रहे सिख समुदाय के लोगों के लिए आने वाला समय और भी भयंकर हो सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में रहते सिख समुदाय के लोग भी चिन्तित हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व भर में बसे सिख समुदाय के लोगों ने इस मामले को लेकर अपनी चिन्ता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पूरे मामले पर नजर बनाकर रखे हुए हैं तथा मांग करती है कि सुषमा स्वराज तुरन्त पाकिस्तान सरकार के साथ बातचीत करे तथा जरूरत पड़ी तो दिल्ली से आलाधिकारियों को पाकिस्तान भी भेजा जाए। सुषमा को ज्ञापन देने के समय कांग्रेसी सांसद रवनीत बिट्टू भी मौजूद थे।