Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 09:37 AM
स्मॉग की वजह से फिरोजपुर-फाजिल्का सड़क पर और बठिंडा आदि शहरों में हुए सड़क हादसे (प्रदूषित धुएं व कोहरे का मिश्रण) को लेकर लोगों में भय का माहौल बना हुआ है और लोग मजबूरी के आलम में केवल जरूरी कार्यों के लिए ही सफर कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर बठिंडा व...
फिरोजपुर(कुमार): स्मॉग की वजह से फिरोजपुर-फाजिल्का सड़क पर और बठिंडा आदि शहरों में हुए सड़क हादसे (प्रदूषित धुएं व कोहरे का मिश्रण) को लेकर लोगों में भय का माहौल बना हुआ है और लोग मजबूरी के आलम में केवल जरूरी कार्यों के लिए ही सफर कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर बठिंडा व अन्य शहरों में कोहरे व प्रदूषित धुएं के कारण हुए दर्दनाक हादसों की वीडियो देखने के बाद लोगों के दिलों में डर बैठ गया है। स्मॉग जहां इस बार लोगों के लिए जानलेवा बीमारियों का कारण बना हुआ है, वहीं इससे दिन भर लोगों की आंखों में से पानी निकलता रहता है और सांस लेना मुश्किल हो गया है। प्रदूषित धुएं व कोहरे के चलते रेलगाडिय़ां व बसें देरी से पहुंच रही हैं, मानो जिंदगी एक तरह से थम-सी गई है।
नहीं हो रहे वाहनों के शीशे साफ
फिरोजपुर आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान तिलक राज और युवा आढ़ती व व्यापारी कुलदीप गक्खड़ ने बताया कि स्मॉग के कारण वाहनों के शीशे साफ नहीं हो रहे हैं। इस बार कारों व अन्य वाहनों के शीशे साफ करने और पानी डालने पर अजीब तरह की चिकनाहट बढ़ती जाती है, जिस कारण वाहन चालकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
विजीबिलिटी हो रही कम, बढ़ रहे हादसे : बठला
एन.जी.ओ. शलिंद्र बठला ने बताया कि इस अजीब तरह के प्रदूषित कोहरे के कारण इस बार विजीबिलिटी बहुत कम हो रही है और जगह-जगह पर सड़क हादसे हो रहे हैं। इस बार के हालातों को देखते हुए लोग जागरूक होने लगे हैं और मान रहे हैं कि हर व्यक्ति को पेड़-पौधे लगाने, सफाई रखने और पौधों की संभाल रखते हेतु आगे आना होगा तथा इसके प्रति सभी को बड़ी संजीदगी से जिम्मेदारी निभानी होगी।
इस बात की खबर नहीं थी कि इतना घातक होगा पराली जलाना
कुछ किसानों ने पराली जलाने के मुद्दे पर माना कि पराली जलाना इतना घातक होगा, हमें इस बात की खबर नहीं थी। अपना नाम न छापने की शर्त पर उन्होंने कहा कि किसान भी पराली को आग नहीं लगाना चाहते मगर सरकार उन्हें सहयोग नहीं करती और पराली को आग लगाना उनकी मजबूरी बन जाती है।