Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 12:07 AM
पंजाब में पिछले 5 वर्षों में घटित हुई सभी आपराधिक घटनाओं को खोलने व इनके पीछे संलिप्त आपरा...
जालंधर(धवन): पंजाब में पिछले 5 वर्षों में घटित हुई सभी आपराधिक घटनाओं को खोलने व इनके पीछे संलिप्त आपराधिक तत्वों को गिरफ्तार करने के निर्देश राज्य के ए.डी.जी.पी. (कानून व्यवस्था) रोहित चौधरी द्वारा जारी कर दिए गए हैं। पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने गैंगस्टरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने के राज्य पुलिस को निर्देश दिए हुए हैं।
ए.डी.जी.पी. कार्यालय द्वारा सभी पुलिस कमिश्नरों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि फॉरैसिंक रिपोर्ट के अनुसार आर.एस.एस. नेता, डेरा प्रेमियों तथा अन्य प्रमुख हत्याएं जो पिछले एक वर्ष के दौरान हुई हैं, में 32 बोर की रिवाल्वर तथा 9 एम.एम. की पिस्तौलों का प्रयोग किया गया है। इसे देखते हुए पिछले 5 वर्षों में जिन आपराधिक मामलों का पुलिस निपटारा नहीं कर सकी है, उन्हें दोबारा जांच करके मुकाम तक पहुंचाए।
इन केसों को वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में दोबारा खोला जाएगा। ए.डी.जी.पी. ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी प्रकार की चोरी, डकैती, छीना-झपटी व अन्य आपराधिक घटनाओं की दोबारा समीक्षा करते हुए इसकी तह में पुलिस अधिकारियों को जाना चाहिए। वहीं से आर.एस.एस. नेता जगदीश गगनेजा व अन्य प्रमुख हत्याओं के सुराग मिलेंगे। ए.डी.जी.पी. कार्यालय द्वारा भेजे गए पत्र में यह भी कहा गया है कि विभिन्न आपराधिक घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस फोर्स की दोबारा नए सिरे से तैनातियां संवेदनशील स्थानों में होनी चाहिएं।
पुलिस कर्मचारियों की तैनातियों के साथ-साथ उन्हें ट्रेङ्क्षनग व प्रशासनिक कार्यों के लिए भी समय दिया जाना चाहिए।पुलिस लाइनों में पुरुष व महिला जवानों को रिजर्व में रखा जाना चाहिए ताकि जरूरत पडऩे पर उनकी मदद ली जा सके। समय-समय पर अभ्यास के तौर पर आपराधिक घटनाओं से निपटने का अभ्यास पुलिस जवानों से करवाया जाना चाहिए।
इसी तरह से ए.डी.जी.पी. कार्यालय (कानून व्यवस्था) ने सभी पुलिस कमिश्नरों व एस.एस.पीज को निर्देश दिए हैं कि कानून व्यवस्था की स्थिति व आपराधिक घटनाओं को देखते हुए मासिक रिपोर्ट उन्हें भेजी जाए ताकि चंडीगढ़ में इन घटनाओं पर लगातार गौर किया जा सके। इन निर्देशों में कहा गया है कि पुलिस जवानों के लिए फील्ड ट्रेङ्क्षनग भी अनिवार्य है। रोहित चौधरी ने कहा कि वह हर महीने इन रिपोर्टों की समीक्षा कर रहे हैं।