Edited By Updated: 27 Apr, 2017 07:58 AM
गुरु नानक देव अस्पताल में मिलने वाली सेवाओं का भट्ठा बैठ गया है। अस्पताल में आंतडिय़ों से संबंधित लूपो टैस्ट करवाने के लिए एक बच्चा पिछले 2 वर्षों से धक्के खा रहा है।
अमृतसर (दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल में मिलने वाली सेवाओं का भट्ठा बैठ गया है। अस्पताल में आंतडिय़ों से संबंधित लूपो टैस्ट करवाने के लिए एक बच्चा पिछले 2 वर्षों से धक्के खा रहा है। अस्पताल के डाक्टर टैस्ट के लिए बच्चे को हर महीने तारीख पर तारीख देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। मौजूदा समय में बच्चे की दोनों आंतडिय़ां पेट से बाहर आ गई हैं तथा उसकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। जानकारी के अनुसार नरिन्द्र कुमार (12) पुत्र विनोद कुमार निवासी इन्द्रा कालोनी को आज से 2 वर्ष पहले पेट में दर्द होने की शिकायत पर उक्त अस्पताल के अधीन चलने वाले बच्चा वार्ड में दाखिल करवाया गया।
बच्चा वार्ड के डाक्टरों द्वारा उस समय किए गए टैस्ट के आधार पर बच्चे की आंतडिय़ों में खराबी आने के कारण बच्चे का आप्रेशन करते हुए उसकी आंतडिय़ां पेट में से निकाल कर एक पॉलीथीन में पेट के बाहर रख दीं तथा बच्चे का लूपो टैस्ट करवाने के लिए दोबारा कहा गया परन्तु पिछले 2 वर्षों से बच्चा लूपो टैस्ट के लिए आ रहा है। डाक्टर हर महीने तारीख पर तारीख डाल कर बच्चे को घर भेज देते हैं। बच्चे को टी.बी. भी हो चुकी है। नरिन्द्र न तो आम बच्चों की तरह खेल सकता है तथा न ही स्कूल जा पा रहा है।