Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 04:36 AM
विजीलैंस ब्यूरो पंजाब के मुख्य निदेशक बी.के. उप्पल ने वीरवार को पंजाब के मुख्य सचिव करण अवतार सिंह से मुलाकात करके उन्हें विजीलैंस द्वारा की जा रही सिंचाई घोटाले सहित अन्य विजीलैंस केसों के बारे जानकारी दी। राज्य में अमरेन्द्र सरकार बनने के बाद...
जालंधर(धवन): विजीलैंस ब्यूरो पंजाब के मुख्य निदेशक बी.के. उप्पल ने वीरवार को पंजाब के मुख्य सचिव करण अवतार सिंह से मुलाकात करके उन्हें विजीलैंस द्वारा की जा रही सिंचाई घोटाले सहित अन्य विजीलैंस केसों के बारे जानकारी दी। राज्य में अमरेन्द्र सरकार बनने के बाद विजीलैंस ब्यूरो ने सिंचाई घोटाले का पर्दाफाश किया था जिसमें भारी-भरकम राशि संलिप्त बताई जाती है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो के मुख्य निदेशक ने मुख्य सचिव को बताया कि विजीलैंस द्वारा सिंचाई विभाग के ठेकेदार गुरेन्द्र सिंह व अन्य इंजीनियरों के खिलाफ दर्ज एफ.आई.आर. नं. 10/2017 की विस्तार के साथ जांच की जा रही है। इस मामले में काफी खुलासे हो चुके हैं। पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के समय सिंचाई विभाग में बड़े पैमाने पर स्कैंडलों का विजीलैंस को पता चला है जिनकी जांच चल रही है। सरकारी हलकों ने बताया कि विजीलैंस प्रमुख ने मुख्य सचिव को हाईकोर्ट द्वारा अभियुक्तों को दी गई अंतरिम जमानत तथा एडवोकेट जनरल द्वारा अग्रिम जमानत याचिकाओं को लेकर की जा रही कार्रवाई के बारे में भी विचार-विमर्श किया।
प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस प्रमुख ने मुख्य सचिव को बताया कि राज्य में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए सैमीनार, रैलियां, रेडियो वार्ता, पेंटिंग प्रतियोगिताएं तथा पंचायतों के साथ विचार-विमर्श जारी है। विजीलैंस जागरूकता सप्ताह 2017 के तहत पम्फलेट्स के वितरण के बारे में भी चर्चा की गई। उन्होंने मुख्य सचिव करण अवतार सिंह के साथ प्रशासनिक मामलों को लेकर भी विचार-विमर्श किया जिनमें विजीलैंस ब्यूरो में कर्मचारियों की कमी, खजाने से लंबित बिलों को शीघ्र रिलीज करने तथा एस.ए.एस. नगर में विजीलैंस ब्यूरो के भवन के निर्माण की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गई।