Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 08:11 AM
चीफ खालसा दीवान के पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह चड्ढा की एक महिला टीचर के साथ वायरल हुई वीडियो प्रकरण से आहत उनके बेटे इन्द्रप्रीत चड्ढा द्वारा सिर में गोली मार आत्महत्या किए जाने से पूर्व एक सुसाइड नोट लिखा गया था, जिसे पुलिस ने इन्द्रप्रीत की गाड़ी से...
अमृतसर(संजीव/महेन्द्र): चीफ खालसा दीवान के पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह चड्ढा की एक महिला टीचर के साथ वायरल हुई वीडियो प्रकरण से आहत उनके बेटे इन्द्रप्रीत चड्ढा द्वारा सिर में गोली मार आत्महत्या किए जाने से पूर्व एक सुसाइड नोट लिखा गया था, जिसे पुलिस ने इन्द्रप्रीत की गाड़ी से बरामद कर लिया है। अब यह सुसाइड नोट आत्महत्या कांड में कई अहम खुलासे कर सकता है। सुसाइड नोट व उसमें किस-किस के नाम लिखे गए हैं, इस बारे में अभी तक पुलिस ने किसी तरह कोई पुष्टि नहीं की है, जबकि यह माना जा रहा है कि इन्द्रप्रीत द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में कुछ ऐसे व्यक्तियों के नाम हो सकते हैं, जो एक तरफ तो वायरल हुई अश्लील वीडियो के पीछे के षड्यंत्र को बेनकाब कर सकते हैं और दूसरा उन व्यक्तियों के नाम हो सकते हैं, जो इस षड्यंत्र पर पर्दा डालने की रूपरेखा में सहायक होने का दावा ठोक रहे हैं।
अब इस बात का खुलासा तब होगा जब इन्द्रप्रीत के लिखे हुए सुसाइड नोट पर पुलिस अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करेगी। देर सायं पुलिस ने जहां सुसाइड नोट की पुष्टि कर दी, मगर अभी तक उसमें लिखे गए नामों पर से पर्दा नहीं उठाया गया है। पुलिस यह तो कह रही है कि सुसाइड नोट में लिखे व्यक्तियों के विरुद्ध पर्चा दर्ज किया जा रहा है मगर इसका खुलासा अब एक दिन बाद होगा। वहीं चरणजीत सिंह चड्ढा द्वारा अपने कौंसिल एस.एस. चाहल के जरिए स्थानीय सैशन कोर्ट में अपनी अग्रिम जमानत याचिका दायर किए जाने का मामला सामने आया, जिस पर सुनवाई करने के लिए स्थानीय अतिरिक्त जिला एवं सैशन जज अमरजीत सिंह की अदालत ने एक तरफ 10 जनवरी की तारीख निश्चित करते हुए थाना इस्लामाबाद की पुलिस को नोटिस जारी करने के आदेश जारी किए ही थे कि दूसरी तरफ चड्ढा के बेटे इन्द्रप्रीत सिंह चड्ढा द्वारा खुद को गोली मार कर खुदकुशी करने की सूचना हर तरफ वायरल हो गई। देखते ही देखते यह खबर सारे शहर में जंगल की आग की तरह फैल गई।
इन्द्रप्रीत की आत्महत्या के पीछे हो सकते हैं कई कारण
इन्द्रप्रीत द्वारा खुद को गोली मार आत्महत्या किए जाने के पीछे कई कारणों को जोड़ा जा रहा है। इसमें उसके पिता की अश्लील वीडियो वायरल होने से चड्ढा परिवार खुद को समाज में बेइज्जत महसूस कर रहा था, जिसके अतिरिक्त यह कारण भी निकल कर आ रहे हैं कि इन्द्रप्रीत के सिर पर अपने भागीदारों का भारी कर्ज था, जिस कारण वह पैसों को लेकर भी परेशान था। आत्महत्या के पीछे ऐसी भी चर्चा है कि अश्लील वीडियो के मामले में पुलिस द्वारा दर्ज किए केस में कमिश्नर ने जांच के लिए टीम बिठाई थी। इन्द्रप्रीत गत दिवस टीम की जांच में शामिल हुआ था जहां पुलिस द्वारा पूछे जा रहे सवालों से भी वह मानसिक तनाव में आ चुका था। इसके अतिरिक्त इन्द्रप्रीत का परिवार में भी झगड़ा हुआ था। ऐसे कई कारणों से वह परेशान था, जिसने आज अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली।
हार्ट पेशैन्ट, डायबटीज तथा ब्रेन सर्जरी सहित कई बीमारियों का दिया वास्ता
अपने कौंसिल एस.एस. चाहल के जरिए चड्ढा ने दायर की अपनी अग्रिम जमानत याचिका में खुद को निर्दोष व लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताने का प्रयास किया है। याचिका में चड्ढा ने अदालत से अनुरोध करते कहा कि वह हार्ट का मरीज है, ब्लड क्लोट्स की वजह से उसकी ब्रेन सर्जरी होनी है। इसके अलावा डायबटीज का शिकार होने के साथ-साथ अक्सर उसका सोडियम का स्तर बहुत कम चल रहा है।
उसने अन्य कई बीमारियों का हवाला देते हुए कहा कि वह चीफ खालसा दीवान के प्रधान पद के साथ-साथ खालसा कालेज अमृतसर में उप-प्रधान के पद पर भी रहा है। इसके अलावा कई ट्रांसपोर्ट्स एवं होटल व्यवसाय में कंट्रोलिंग हैड के पदों पर आसीन होने के साथ-साथ समाज में उसका मान-सम्मान बना हुआ है, जिसे देख कुछ लोग उसके साथ ईष्र्या भावना रखे हुए थे। इसके चलते उसके विरोधियों ने एक फर्जी वीडियो के सहारे उसकी छवि धूमिल करने की नीयत से ऐसी साजिश रची है, जिसकी वजह से उसे झूठे मामले में फंसा दिया गया है।
गैर-जमानती केस बनाने के लिए जोड़ी गई आई.टी. एक्ट की धाराएं
दायर की गई अग्रिम जमानत याचिका में चड्ढा का कहना है कि वह पड़पौत्रों वाला हो चुका है और 43 वर्षीय महिला टीचर के साथ उसने कोई यौन-शोषण नहीं किया है, बल्कि वायरल की गई एक फर्जी डोक्टोर्ड वीडियो के सहारे उसे इस मामले में गलत तरीके से फंसाया गया है। उसका यह भी कहना है कि दर्ज किए गए केस को गैर-जमानती बनाने के लिए आई.टी. एक्ट की धारा-67 तथा 67-ए गलत तरीके से दर्ज कर दी गई है, जबकि यह धाराएं उस पर लागू ही नहीं होतीं, क्योंकि ये धाराएं उन आरोपियों के खिलाफ दर्ज की जाती हैं, जो इस तरह की वीडियो वायरल करते हैं, जबकि उन्होंने तो इस तरह की कोई वीडियो वायरल की ही नहीं है।
दर्ज मामले को लेकर व पुलिस कार्रवाई से आहत था इन्द्रप्रीत चड्ढा
दूसरी तरफ महिला टीचर के साथ अश्लील हरकतें करने संबंधी वायरल हुई अश्लील वीडियो के आधार पर महिला टीचर द्वारा की गई शिकायत पर चीफ खालसा दीवान के पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह चड्ढा के साथ-साथ उनके बेटे इन्द्रप्रीत सिंह को भी सह-आरोपी के तौर पर नामजद किए जाने पर चड्ढा का बेटा इन्द्रप्रीत पहले से ही आहत हो चुका था, लेकिन शनिवार को उसे स्थानीय अतिरिक्त जिला एवं सैशन जज अमरजीत सिंह की अदालत द्वारा अंतरिम जमानत प्रदान करते हुए उसे जो 4 दिनों के अंदर-अंदर पुलिस जांच में शामिल होने के आदेश जारी किए थे, उसके तहत मंगलवार को जब वह पुलिस जांच में शामिल होने पहुंचा था तो पूछे गए सवालों के ढेर की वजह से और भी आहत हो चुका था। अपनी तथा अपने परिवार की बदनामी को न सहन करते हुए उसने ऐसा कदम उठा लिया, जिसका अंत सिर्फ मौत ही था। इसने अपनी तथा परिवार की बदनामी को न बर्दाश्त करते हुए बुधवार को खुद को गोली मार कर अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली।
कहा : मामले के पीछे छिपी है ब्लैकमेलिंग
चड्ढा ने कहा कि इस मामले के पीछे कुछ लोगों की ब्लैकमेलिंगछिपी हुई है, जिस संबंध में उनकी शिकायत पर जालंधर के पुलिस थाना डिवीजन नंबर 6 में कुछ लोगों के खिलाफ भादंसं की धारा 384/511 के तहत 26-9-2017 को मुकद्दमा नंबर 120/2017 भी दर्ज करवाया जा चुका है, जिसमें 4 लोगों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है।
चड्ढा के बेटे की खुदकुशी के पश्चात दोनों परिवारों में मची खलबली
पिछले कुछ दिनों से सुॢखयों में चल रहे अश्लील वीडियो प्रकरण को लेकर यह मामला जहां गली-गली और मोहल्ले-मोहल्ले में चर्चा का विषय बना हुआ था, वहीं चड्ढा का सारा परिवार बड़े संकट में दिखाई दे रहा था, लेकिन मंगलवार को पुलिस जांच में शामिल होने के अगले ही दिन चड्ढा के बेटे इन्द्रप्रीत सिंह चड्ढा द्वारा खुद को गोली मार कर खुदकुशी किए जाने का मामला सामने आते ही न सिर्फ चड्ढा के समूह परिवार में, बल्कि महिला टीचर के परिवार में एक तरह से पूरी खलबली मच चुकी है, जिसका और भी कोई साइडइफैक्ट सामने आने का खतरा भांपा जा रहा है।