Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 12:07 PM
भारत-पाकिस्तान के बीच 1965 के युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
फाजिल्का (लीलाधर): भारत-पाकिस्तान के बीच 1965 के युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
गौर रहे कि आज ही के दिन 1965 के युद्ध में फाजिल्का सैक्टर में सादकी सीमा पर पाकिस्तानी सेना की 105वीं ब्रिगेड सेना से लोहा लेते हुए 20वीं बटालियान पी.ए.पी. जो बाद में 22वीं बटालियन बी.एस.एफ. ‘बनी’ के 7 जवान शहीद हो गए थे।इस मौके पर सीमा सुरक्षा बल के कमांडैंट मुरारी प्रसाद सिंह ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब देने वाले शहीद निर्मल सिंह, शाम सिंह, सूरज मल व ओम प्रकाश को वीरगति के बाद सम्मानित किया जा चुका है। उनके साथ करतार सिंह, काबुल सिंह, मूला सिंह ने भी देश के लिए कुर्बानी दी थी।
उन्होंने बी.एस.एफ. के जवानों व जनसमुदाय को बताया कि 1965 का भारत-पाक युद्ध जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान घुसपैठ के पश्चात 6 सितम्बर को शुरू हुआ था। युद्ध में भारतीय जवानों की वीरता और बलिदानों के कारण पंजाब एवं राजस्थान में मिली कामयाबी के बाद पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र संघ युद्धबंदी के प्रस्ताव को 22 सितम्बर, 1965 को मानने पर मजबूर हुआ और 23 सितम्बर को युद्ध समाप्त हो गया। रूस के ताशकंद समझौते के अंतर्गत भारत ने पाकिस्तान के जीते क्षेत्रों को लौटा दिया। इस श्रद्धांजलि समारोह में बॉर्डर एरिया विकास फ्रंट वरिष्ठ उपाध्यक्ष लीलाधर शर्मा, बॉर्डर एरिया संघर्ष कमेटी व शहीद भगत सिंह पक्का चिश्ती के पदाधिकारियों के साथ
सीमावर्ती ग्रामीणों ने भी शहीद सैनिकों को नमन किया।