Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2017 08:18 AM
खेती वस्तुओं पर जी.एस.टी. लगाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन राजेवाल ने मलोट में ब्लॉक स्तरीय रोष धरना दिया व किसानों की जायज मांगों के लिए एस.डी.एम. मलोट को ज्ञापन सौंपा। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह फौजी व ब्लाक अध्यक्ष...
मलोट (जुनेजा): खेती वस्तुओं पर जी.एस.टी. लगाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन राजेवाल ने मलोट में ब्लॉक स्तरीय रोष धरना दिया व किसानों की जायज मांगों के लिए एस.डी.एम. मलोट को ज्ञापन सौंपा। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह फौजी व ब्लाक अध्यक्ष शिंगारा सिंह की अध्यक्षता में एकत्रित हुए किसानों ने दाना मंडी में रोष धरना देते केन्द्र व राज्य सरकारों के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसान नेताओं ने मांग की है कि केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के प्रयोग में आने वाली वस्तुओं पर जी.एस.टी. लागू कर और बोझ डाल दिया है।
किसानों के खर्चे दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं, जबकि आमदन की जगह किसान घाटे में जाकर दिनों-दिन कर्जाई हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारों की नीतियों से परेशान हुए किसान खुदकुशियों के रास्तों पर चल पड़ा है। किसान नेताओं ने कहा कि आज राज्य के किसानों सिर 12,500 करोड़ रुपए का कर्जा है परंतु राज्य सरकार ने 1500 करोड़ माफ करने की बात कहीं है इससे किसानों को राहत नहीं मिल सकती।
सरकार ने अभी सिर्फ घोषणा ही की है, नोटिफिकेशन भी जारी नहीं किया जिससे बैंकों व सोसायटी वालों ने किसानों के घरों में चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं और किसानों में खुदकुशियों का रुझान बढ़ गया है। किसान नेताओं ने मांग की है कि सरकार द्वारा किसानी वस्तुओं पर लगाए गए जी.एस.टी. को वापस लिया जाए, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की जाए, किसानों के पूरे कर्जों को माफ करके नोटीफिकेशन जारी किया जाए।