Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Sep, 2017 10:56 AM
सिविल अस्पताल कपूरथला में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डेंगू वार्ड में रखे गए 6 बैड फुल हो चुके हैं। डेंगू से पीड़ित अन्य मरीजों को आइसुलेशन वार्ड की जगह अन्य वार्डों में...
कपूरथला (मल्होत्रा): सिविल अस्पताल कपूरथला में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डेंगू वार्ड में रखे गए 6 बैड फुल हो चुके हैं। डेंगू से पीड़ित अन्य मरीजों को आइसुलेशन वार्ड की जगह अन्य वार्डों में रखा गया है। अस्पताल के अधिकारियों के लाख आश्वासन के बाद भी डेंगू के मरीजों में भारी खौफ पाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल के वार्ड में ज्योति पुत्र बलविन्द्र कुमार, जिसके शरीर में 60,000 सैल रह जाने कारण उसके परिजनों द्वारा सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। इसी प्रकार सुरिन्द्रपाल पुत्र नाजर सिंह निवासी फैक्टरी एरिया को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया जिसके शरीर में जांच दौरान 80,000 सैल पाए गए। गुरमीत कौर पत्नी अजैब सिंह निवासी फत्तूवाल के परिजनों ने बताया कि उसे कई दिनों से तेज बुखार आ रहा था जिसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। खून की जांच के बाद पता चला कि उसे डेंगू है।
इसी प्रकार सुरजीत कौर पत्नी प्रताप सिंह निवासी कपूरथला को उसके परिजनों द्वारा बुखार होने पर दाखिल करवाया गया जिसकी हालत काफी बिगड़ चुकी थी। खून की जांच में सैलों की संख्या केवल 45,000 रह गई है। इंद्रजीत सिंह पुत्र खजान सिंह निवासी शेखूपुर को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया।सिविल अस्पताल में एक ही परिवार के 3 सदस्य डेंगू से पीड़ित होने उपरांत उपचार के लिए आए जिनमें गुनदीप कौर पत्नी स्वर्ण कुमार (70) जिनमें जांच के बाद 90,000 सैल पाए गए। इसी प्रकार ममता पत्नी रजिन्द्र कुमार (37) निवासी प्रीतनगर कपूरथला के जब खून की जांच की गई तो उसमें 80,000 सैल पाए गए।
इसी परिवार के अमनप्रीत कौर पुत्री रजिंद्र कुमार निवासी प्रीतनगर को तेज बुखार के बाद सिविल अस्तपाल में एमरजैंसी वार्ड में दाखिल करवाया गया। ड्यूटी डाक्टर द्वारा उसके खून की जांच करवाई गई तो उसमें 65,000 सैल पाए गए। इसी प्रकार मोहल्ला कसाबा में विकास पुत्र राम मोहल्ला कसाबा को उपचार हेतु सिविल अस्तपाल में दाखिल करवाया गया व टैस्ट दौरान पता चला कि उसके शरीर में 60000 सैल रह गए हैं।