Edited By Updated: 24 Mar, 2017 08:35 AM
पिछले 15 वर्षों से जबरदस्त राजनीतिक दबाव का सामना कर रही पंजाब पुलिस को नशों व गंभीर अपराधों के मामलों से निपटने के लिए नवनियुक्त मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा दी गई.............
कपूरथला (भूषण):पिछले 15 वर्षों से जबरदस्त राजनीतिक दबाव का सामना कर रही पंजाब पुलिस को नशों व गंभीर अपराधों के मामलों से निपटने के लिए नवनियुक्त मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा दी गई छूट ने पुलिस कर्मचारियों व अधिकारियों के मनोबल में भारी बढ़ौतरी की है। अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को मिली खुली छूट से आने वाले दिनों में प्रदेश के अपराध मुक्त होने की संभावना बढ़ गई है। वर्तमान दौर में मजबूत इच्छाशक्ति के साथ लैस होकर ड्रग माफिया सहित बड़े अपराधों को खत्म करने के उद्देश्य से लगी पुलिस को आतंकवाद का खात्मा करने वाले बेअंत सिंह सरकार की यादें ताजा करवा दी हैं।
15 वर्षों से राजनीतिक दबाव से जूझ रही थी पुलिस
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस विगत 15 वर्षों से राजनीतिक दबाव से जूझ रही थी। इसके कारण जहां प्रदेश में ड्रग की बिक्री अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई थी। वहीं गंभीर अपराधों की दर भी बुलंदियों पर चली गई थी लेकिन अच्छे प्रशासक और अपनी सख्त छवि के लिए जाने वाले नवनियुक्त मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा सत्ता संभालते ही ड्रग माफिया सहित विभिन्न गंभीर अपराधों से निपटने के लिए राजनीतिक दबाव को खत्म कर पुलिस तंत्र को खुली छूट प्रदान कर दी है। इससे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ड्रग माफिया की नींद उड़ गई है।
गैंगस्टरों की हवा निकाली
छोटे-बड़े अपराधों को अंजाम देकर दहशत फैलाने वाले गैंगस्टरों की हवा निकाल दी है। गौर हो कि इस से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने वर्ष 1992 से लेकर 1997 तक पंजाब पुलिस को आतंकवाद से निपटने के लिए पूरी तरह से छूट देते हुए ततकालीन डी.जी.पी. के.पी.एस. गिल के नेतृत्व में पंजाब पुलिस ने आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करते हुए गंभीर अपराधों को भी जड़ से उखाड़ डाला था। अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा ड्रग माफिया सहित गंभीर अपराधों के मामलों में किसी भी तरह की राजनीतिक दखल को बर्दाश्त न करने की घोषणा ने उन हजारों परिवारों को भारी राहत प्रदान की है, जिनके घरों में सैंकड़ों सदस्य या तो नशों के कारण असमय काल का ग्रास बन चुके हैं या फिर नशे की दलदल में फंस कर अपना भविष्य पूरी तरह से तबाह कर चुके हैं।
शानदार परिणाम देखने को मिलेंगे
जिले में तैनात कई पुलिस कर्मचारियों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ड्रग माफिया व अपराधों से निपटने के लिए जिस तरह पुलिस को भारी छुट दी है। उसके आने वाले कुछ महीनों में ही शानदार परिणाम देखने को मिल सकते हैं। इसके कारण सरकार की छवि भी नई ऊंचाइयां छू सकती हैं।
सी.आई.ए. स्टाफ के साथ-साथ थानों को भी मजबूत करने की चल रही है रणनीति
प्रदेश में विगत डेढ़ वर्ष के दौरान चले भारी राजनीतिक दबाव से जहां ज्यादातर थानों की अपराधों से निपटने की इच्छाशक्ति काफी हद तक कम हो गई थी। वहीं इस डेढ़ दशक के दौरान जुटाए गए पुलिस रिकार्ड के अनुसार पुलिस द्वारा हासिल की गई ज्यादातर रिकवरी के दौरान सी.आई.ए. स्टाफ की ही प्रदेश के लगभग सभी जिलों में प्रमुखता रही है लेकिन अब वरिष्ठ पुलिस तंत्र थानों में भी नई जान फूंकने के साथ-साथ वहां तैनात सभी एस.एच.ओ. स्तर के पुलिस अधिकारियों को जवाबदेह बनाने की कवायद में जुट गया है ताकि पूरे पुलिस तंत्र में चुस्ती लाई जा सके।