Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 04:53 AM
राष्ट्रपति पद के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा पश्चिम बंगाल...
जालंधर(धवन): राष्ट्रपति पद के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा सी. पी.एम. दोनों से अलग-अलग मुलाकात करने की योजना बनाई गई है। सी. पी.एम. ने सोनिया के समक्ष ममता के साथ इकट्ठी बैठक में भाग न लेने पर आपत्ति जाहिर की थी। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि सोनिया ने शुक्रवार को विपक्षी नेताओं के लिए दिल्ली में दोपहर के भोज का आयोजन किया है।
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ सी.पी.एम. आमने-सामने है, इसलिए सी.पी.एम. ने ममता के साथ इकट्ठी सोनिया से न मिलने का निर्णय लिया था। ममता बनर्जी प्रणव मुखर्जी को राष्ट्रपति पद के लिए दूसरा चांस देने की वकालत प्रधानमंत्री के सामने कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि देश हित में राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़े किए जाने वाले उम्मीदवार पर सभी दलों में सहमति होनी चाहिए। पता चला है कि सी.पी.एम. प्रमुख सीताराम येचुरी ने कांग्रेस नेतृत्व से कहा था कि वह कोलकाता में हुए लाठीचार्ज की घटना को देखते हुए ममता के साथ संयुक्त रूप से बैठक नहीं करेंगे। पश्चिम बंगाल में वामपंथी व कांग्रेस मिलकर ममता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाना चाहते हैं।
सी.पी.एम. की आपत्ति को देखते हुए कांग्रेस कैंप ने रणनीतिक चाल चलते हुए विपक्षी नेताओं से कहा है कि सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए वे सभी से इक्टठे में मिल नहीं सकेंगी, इसलिए सोनिया द्वारा अब विपक्षी नेताओं के साथ अलग-अलग मुलाकात की जाएगी। सोनिया गांधी सभी विपक्षी नेताओं को भाजपा विरोधी मंच पर एकत्रित करना चाहती है। इसके लिए वह सांझा उम्मीदवार राष्ट्रपति पद के चुनाव में उतारने की इच्छुक हैं। कई विपक्षी नेताओं ने कहा कि विपक्ष को अभी राष्ट्रपति पद के चुनाव में सांझे उम्मीदवार को उतारने से पहले केंद्र की राजग सरकार की तरफ देखना चाहिए कि वह इस चुनाव में किस चेहरे को सामने लाती है। अभी तक राजग ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार बारे कोई ऐलान नहीं किया है।
कांग्रेसी हलकों ने बताया कि शुक्रवार को होने वाली बैठक में शरद पवार शामिल नहीं हो सकेंगे, क्योंकि वह इस समय विदेश में है। यह भी माना जा रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर सांझे उम्मीदवार बारे कोई भी ऐलान करने में अभी कुछ समय और ले सकता है, क्योंकि सबसे पहले वह केंद्र की राजग सरकार के उम्मीदवार की तरफ देखना चाहते हैं।